शासक ग्रंथ 13:17-18
शासक ग्रंथ 13:17-18 पवित्र बाइबल (HERV)
तब मानोह ने यहोवा के दूत से पूछा, “तुम्हारा नाम क्या है? हम लोग इसलिए जानना चाहते हैं कि हम तुम्हारा सम्मान तब कर सकेंगे, जब वह सचमुच होगा जो तुम कह रहे हो।” यहोवा के दूत ने कहा, “तुम मेरा नाम क्यों पूछते हो? यह इतना आश्चर्यजनक है कि तुम विश्वास नहीं कर सकते।”
शासक ग्रंथ 13:17-18 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
मानोह ने प्रभु के दूत से पूछा, ‘आप का नाम क्या है जिससे जब आपकी बात सच होगी तब हम आपका सम्मान कर सकें?’ प्रभु के दूत ने उत्तर दिया, ‘तूने मेरा नाम क्यों पूछा? मेरा नाम “अद्भुत” है।’
शासक ग्रंथ 13:17-18 Hindi Holy Bible (HHBD)
मानोह ने यहोवा के दूत से कहा, अपना नाम बता, इसलिये कि जब तेरी बातें पूरी हों तब हम तेरा आदरमान कर सकें। यहोवा के दूत ने उस से कहा, मेरा नाम तो अद्भुत है, इसलिये तू उसे क्यों पूछता है?
शासक ग्रंथ 13:17-18 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
मानोह ने यहोवा के दूत से कहा, “अपना नाम बता, इसलिये कि जब तेरी बातें पूरी हों तब हम तेरा आदरमान कर सकें।” यहोवा के दूत ने उस से कहा, “मेरा नाम तो अद्भुत है, इसलिये तू उसे क्यों पूछता है?”