यशायाह 54:5-8

यशायाह 54:5-8 पवित्र बाइबल (HERV)

क्यों क्योंकि तेरा पति वही था जिसने तुझको रचा था। उसका नाम सर्वशक्तिमान यहोवा है। वही इस्राएल की रक्षा करता है, वही इस्राएल का पवित्र है और वही समूची धरती का परमेश्वर कहलाता है! “तू एक ऐसी स्त्री के जैसी थी जिसको उसके ही पति ने त्याग दिया था। तेरा मन बहुत भारी था किन्तु तुझे यहोवा ने अपना बनाने के लिये बुला लिया। तू उस स्त्री के समान है जिसका बचपन में ही ब्याह हुआ और जिसे उसके पति ने त्याग दिया है। किन्तु परमेश्वर ने तुम्हें अपना बनाने के लिये बुला लिया है।” तेरा परमेश्वर कहता है, “मैंने तुझे थोड़े समय के लिये त्यागा था। किन्तु अब मैं तुझे फिर से अपने पास आऊँगा और अपनी महा करूणा तुझ पर दर्शाऊँगा। मैं बहुत कुपित हुआ और थोड़े से समय के लिये तुझसे छुप गया किन्तु अपनी महाकरूणा से मैं तुझको सदा चैन दूँगा।” तेरे उद्धारकर्ता यहोवा ने यह कहा है।

यशायाह 54:5-8 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)

क्‍योंकि तुझे ‘बनानेवाला’ ही तेरा पति है; उसका नाम है − ‘स्‍वर्गिक सेनाओं का प्रभु’। इस्राएल का पवित्र परमेश्‍वर तेरा मुक्‍तिदाता है। वह सम्‍पूर्ण पृथ्‍वी का परमेश्‍वर कहलाता है। प्रभु ने तुझे ऐसे बुलाया है, जैसे त्‍यागी हुई और दु:खी मन वाली स्‍त्री को पुन: बुलाया जाता है। क्‍या कोई युवावस्‍था की पत्‍नी को भुला सकता है? तेरा परमेश्‍वर यह कहता है: ‘केवल कुछ पल के लिए मैंने तुझे त्‍याग दिया था; पर अब मैं तुझ पर अपार दया कर तुझे एकत्र करूंगा। क्रोध के आवेश में मैं ने क्षण भर के लिए तुझ से अपना मुंह छिपा लिया था; पर अब मैं तेरे प्रति शाश्‍वत, करुणापूर्ण दया करूंगा।’ तेरा मुक्‍तिदाता प्रभु यह कहता है।

यशायाह 54:5-8 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)

क्योंकि तुम्हें रचनेवाला तुम्हारा पति है— जिसका नाम है त्सबाओथ के याहवेह— तथा इस्राएल के पवित्र परमेश्वर हैं; जिन्हें समस्त पृथ्वी पर परमेश्वर नाम से जाना जाता है. क्योंकि याहवेह ने तुम्हें बुलाया है तुम्हारी स्थिति उस पत्नी के समान थी— जिसको छोड़ दिया गया हो, और जिसका मन दुःखी था,” तेरे परमेश्वर का यही वचन है. “कुछ पल के लिए ही मैंने तुझे छोड़ा था, परंतु अब बड़ी दया करके मैं फिर तुझे रख लूंगा. कुछ ही क्षणों के लिए क्रोध में आकर तुमसे मैंने अपना मुंह छिपा लिया था, परंतु अब अनंत करुणा और प्रेम के साथ मैं तुम पर दया करूंगा,” तेरे छुड़ानेवाले याहवेह का यही वचन है.