यशायाह 44:9-10
यशायाह 44:9-10 पवित्र बाइबल (HERV)
कुछ लोग मूर्ति (झूठे देवता) बनाया करते हैं। किन्तु वे बेकार हैं। लोग उन बुतों से प्रेम करते हैं किन्तु वे बुत बेकार हैं। वे लोग उन बुतों के साक्षी हैं किन्तु वे देख नहीं पाते। वे कुछ नहीं जानते। वे लज्जित होंगे। इन झूठे देवताओं को कोई क्यों गढ़ेगा इन बेकार के बुतों को कोई क्यों ढ़ालेगा
यशायाह 44:9-10 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
मूर्ति गढ़नेवालों का अस्तित्व निस्सार है, उनकी प्रिय मूर्तियों से कोई लाभ नहीं! मूर्तियों के समर्थक जो उनको अपना ईश्वर मानते हैं, न देखते हैं और न जानते हैं। वे लज्जित होंगे। कौन देवता की मूर्ति बनाता, अथवा उसको गढ़ता है, जब कि उससे किसी को लाभ नहीं होता?
यशायाह 44:9-10 Hindi Holy Bible (HHBD)
जो मूरत खोदकर बनाते हैं, वे सब के सब व्यर्थ हैं और जिन वस्तुओं में वे आनन्द ढूंढते उन से कुछ लाभ न होगा; उसके साक्षी, न तो आप कुछ देखते और न कुछ जानते हैं, इसलिये उन को लज्जित होना पड़ेगा। किस ने देवता वा निष्फल मूरत ढाली है?
यशायाह 44:9-10 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
जो मूरत खोदकर बनाते हैं, वे सब के सब व्यर्थ हैं और जिन वस्तुओं में वे आनन्द ढूँढ़ते उन से कुछ लाभ न होगा; उनके साक्षी, न तो आप कुछ देखते और न कुछ जानते हैं, इसलिये उनको लज्जित होना पड़ेगा। किस ने देवता या निष्फल मूरत ढाली है?
यशायाह 44:9-10 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
जो मूरत खोदकर बनाते हैं, वे सब के सब व्यर्थ हैं और जिन वस्तुओं में वे आनन्द ढूँढ़ते उनसे कुछ लाभ न होगा; उनके साक्षी, न तो आप कुछ देखते और न कुछ जानते हैं, इसलिए उनको लज्जित होना पड़ेगा। किसने देवता या निष्फल मूरत ढाली है?