सभा-उपदेशक 5:4-7

सभा-उपदेशक 5:4-7 पवित्र बाइबल (HERV)

यदि तुम परमेश्वर से कोई मनौती माँगते हो तो उसे पूरा करो। जिस बात की तुमने मनौती मानी है उसे पूरा करने में देरी मत करो। परमेश्वर मूर्ख व्यक्तियों से प्रसन्न नहीं रहता। तूमने परमेश्वर को जो कुछ अर्पित करने का वचन दिया है उसे अर्पित करो। यह अच्छा है कि तुम कोई मनौती मानो ही नहीं बजाय इसके कि कोई मनौती मानो और उसे पूरा न कर पाओ। इसलिये अपने शब्दों को तुम स्वयं को पाप में मत ढकेलने दो। याजक से ऐसा मत बोलो कि, “जो कुछ मैंने कहा था उसका यह अर्थ नहीं है!” यदि तुम ऐसा करोगे तो परमेश्वर तुम्हारे शब्दों से रूष्ट होकर जिन वस्तुओं के लिये तुमने कर्म किया है, उन सबको नष्ट कर देगा। अपने बेकार के सपनों और डींग मारने से विपत्तियों में मत पड़ों। तुम्हें परमेश्वर का सम्मान करना चाहिये।

सभा-उपदेशक 5:4-7 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)

जब तुम परमेश्‍वर के लिए मन्नत मानते हो तब उसको पूरा करने में विलम्‍ब मत करना, क्‍योंकि परमेश्‍वर मूर्खों से प्रसन्न नहीं होता। जो मन्नत तुम मानते हो उसे पूरा करो। मन्नत मान कर उसे पूरा न करने से मन्नत का न मानना ही अच्‍छा है। तुम अपने मुंह से ऐसे शब्‍द न निकालो जो तुम्‍हें पाप में फंसाएं। स्‍वर्गदूत के सम्‍मुख यह न कहो कि मुझसे भूल हो गयी। अन्‍यथा परमेश्‍वर तुम्‍हारी आवाज सुन कर क्रुद्ध होगा, और वह परिश्रम से किए गए तुम्‍हारे काम को नष्‍ट कर देगा। जब व्यक्‍ति अधिकाधिक स्‍वप्‍न देखने लगता है, तब उसकी व्‍यर्थ बातें भी बढ़ जाती हैं। किन्‍तु तुम परमेश्‍वर का भय मानना।