सभा-उपदेशक 1:2-3
सभा-उपदेशक 1:2-3 पवित्र बाइबल (HERV)
उपदेशक का कहना है कि हर वस्तु अर्थहीन है और अकारथ है! मतलब यह कि हर बात व्यर्थ है! इस जीवन में लोग जो कड़ी मेहनत करते हैं, उससे उन्हें सचमुच क्या कोई लाभ होता है? नहीं!
सभा-उपदेशक 1:2-3 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
सभा-उपदेशक यह कहता है: सब व्यर्थ है, सब निस्सार है। निस्सन्देह सब व्यर्थ है, सब निस्सार है; सब कुछ व्यर्थ है! जो मेहनत मनुष्य इस धरती पर करता है, उसे उससे क्या प्राप्त होता है?
सभा-उपदेशक 1:2-3 Hindi Holy Bible (HHBD)
उपदेशक का यह वचन है, कि व्यर्थ ही व्यर्थ, व्यर्थ ही व्यर्थ! सब कुछ व्यर्थ है। उस सब परिश्रम से जिसे मनुष्य धरती पर करता है, उसको क्या लाभ प्राप्त होता है?
सभा-उपदेशक 1:2-3 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
उपदेशक का यह वचन है, “व्यर्थ ही व्यर्थ, व्यर्थ ही व्यर्थ! सब कुछ व्यर्थ है।” उस सब परिश्रम से जिसे मनुष्य धरती पर करता है, उसको क्या लाभ प्राप्त होता है?