प्रेरितों 5:17-21

प्रेरितों 5:17-21 पवित्र बाइबल (HERV)

फिर महायाजक और उसके साथी, यानी सदूकियों का दल, उनके विरोध में खड़े हो गये। वे ईर्ष्या से भरे हुए थे। सो उन्होंने प्रेरितों को बंदी बना लिया और उन्हें सार्वजनिक बंदीगृह में डाल दिया। किन्तु रात के समय प्रभु के एक स्वर्गदूत ने बंदीगृह के द्वार खोल दिये। उसने उन्हें बाहर ले जाकर कहा, “जाओ, मन्दिर में खड़े हो जाओ और इस नये जीवन के विषय में लोगों को सब कुछ बताओ।” जब उन्होंने यह सुना तो भोर के तड़के वे मन्दिर में प्रवेश कर गये और उपदेश देने लगे। फिर जब महायाजक और उसके साथी वहाँ पहुँचे तो उन्होंने यहूदी संघ तथा इस्राएल के बुजुर्गों की पूरी सभा बुलायी। फिर उन्होंने बंदीगृह से प्रेरितों को बुलावा भेजा।

प्रेरितों 5:17-21 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)

यह सब देख कर प्रधान महापुरोहित और उसके सब संगी-साथी, अर्थात् सदूकी सम्‍प्रदाय के सदस्‍य, ईष्‍र्या से जलने लगे। उन्‍होंने प्रेरितों को गिरफ्‍तार कर सार्वजनिक बन्‍दीगृह में डाल दिया। परन्‍तु प्रभु के दूत ने रात को बन्‍दीगृह के द्वार खोल दिये और प्रेरितों को बाहर ले जा कर यह कहा, “जाइए और खड़े होकर मन्‍दिर में जनता को इस जीवन की सब बातें सुनाइए।” यह सुनकर वे सबेरा होते ही मन्‍दिर में गये और शिक्षा देने लगे। जब प्रधान महापुरोहित और उसके संगी-साथी आये, तो उन्‍होंने धर्म महासभा अर्थात् इस्राएली समाज की सर्वोच्‍च परिषद् बुलायी और प्रेरितों को ले आने के लिए सिपाहियों को बन्‍दीगृह भेजा।

प्रेरितों 5:17-21 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)

परिणामस्वरूप महापुरोहित तथा उसके साथ सदूकी संप्रदाय के बाकी सदस्य जलन से भर गए. उन्होंने प्रेरितों को बंदी बनाकर कारागार में बंद कर दिया. किंतु रात के समय प्रभु के एक दूत ने कारागार के द्वार खोलकर उन्हें बाहर निकालकर उनसे कहा, “जाओ, मंदिर के आंगन में जाकर लोगों को इस नए जीवन का पूरा संदेश दो.” इस पर वे प्रातःकाल मंदिर में जाकर शिक्षा देने लगे. महापुरोहित तथा उनके मंडल के वहां इकट्ठा होने पर उन्होंने समिति का अधिवेशन आमंत्रित किया. इसमें इस्राएल की महासभा को भी शामिल किया गया और आज्ञा दी गई कि कारावास में बंदी प्रेरित उनके सामने प्रस्तुत किए जाएं