प्रेरितों 17:27-28
प्रेरितों 17:27-28 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
कि वे परमेश्वर को ढूँढ़ें, कदाचित उसे टटोलकर पाएँ, तौभी वह हम में से किसी से दूर नहीं। क्योंकि हम उसी में जीवित रहते, और चलते–फिरते, और स्थिर रहते हैं; जैसा तुम्हारे कितने कवियों ने भी कहा है, ‘हम तो उसी के वंशज हैं।’
प्रेरितों 17:27-28 पवित्र बाइबल (HERV)
“उस का प्रयोजन यह था कि लोग परमेश्वर को खोजें। हो सकता है वे उसे उस तक पहुँच कर पा लें। इतना होने पर भी हममें से किसी से भी वह दूर नहीं हैं: क्योंकि उसी में हम रहते हैं उसी में हमारी गति है और उसी में है हमारा अस्तित्व। इसी प्रकार स्वयं तुम्हारे ही कुछ लेखकों ने भी कहा है, ‘क्योंकि हम उसके ही बच्चे हैं।’
प्रेरितों 17:27-28 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
कि वे परमेश्वर को ढूंढ़े और उसे खोजते हुए सम्भवत: उसे प्राप्त करें − यद्यपि वास्तव में वह हम में से किसी से भी दूर नहीं है। क्योंकि उसी में हम जीवित रहते, चलते-फिरते तथा अस्तित्व रखते हैं। आपके ही कुछ कवियों ने कहा, ‘हम भी ईश्वर की संतान हैं।’
प्रेरितों 17:27-28 Hindi Holy Bible (HHBD)
कि वे परमेश्वर को ढूंढ़ें, कदाचित उसे टटोल कर पा जाएं तौभी वह हम में से किसी से दूर नहीं! क्योंकि हम उसी में जीवित रहते, और चलते-फिरते, और स्थिर रहते हैं; जैसे तुम्हारे कितने कवियों ने भी कहा है, कि हम तो उसी के वंश भी हैं।
प्रेरितों 17:27-28 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
कि वे परमेश्वर को ढूँढ़े, और शायद वे उसके पास पहुँच सके, और वास्तव में, वह हम में से किसी से दूर नहीं हैं। (यशा. 55:6, यिर्म. 23:23) क्योंकि हम उसी में जीवित रहते, और चलते फिरते, और स्थिर रहते हैं; जैसे तुम्हारे कितने कवियों ने भी कहा है, ‘हम तो उसी के वंश भी हैं।’
प्रेरितों 17:27-28 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
कि वे परमेश्वर की खोज करें और कहीं उन्हें खोजते-खोजते प्राप्त भी कर लें—यद्यपि वह हममें से किसी से भी दूर नहीं हैं. क्योंकि उन्हीं में हमारा जीवन, हमारा चलना फिरना तथा हमारा अस्तित्व बना है—ठीक वैसा ही जैसा कि आप ही के अपने कुछ कवियों ने भी कहा है: ‘हम भी उनके वंशज हैं.’