2 इतिहास 15:6-7
2 इतिहास 15:6-7 पवित्र बाइबल (HERV)
एक राष्ट्र दूसरे राष्ट्र को और एक नगर दूसरे नगर को नष्ट करता था। यह इसलिये हो रहा था कि परमेश्वर हर प्रकार की विपत्तियों से उनको परेशान कर रहा था। किन्तु आसा, तुम तथा यहूदा और बिन्यामीन के लोगो, शक्तिशाली बनो। कमजोर न पड़ो, ढीले न पड़ो क्योंकि तुम्हें अपने अच्छे काम का पुरस्कार मिलेगा!”
2 इतिहास 15:6-7 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
सब खण्ड-खण्ड में बंटे हुए थे। एक जाति दूसरी जाति पर हमला करती थी। एक नगर दूसरे नगर पर आक्रमण करता था। परमेश्वर ने हर प्रकार की विपत्ति से उनको आतंकित कर रखा था। किन्तु तुम साहसी बनो! तुम्हारे हाथ मजबूत हों! परमेश्वर तुम्हारे परिश्रम का फल तुम्हें देगा।’
2 इतिहास 15:6-7 Hindi Holy Bible (HHBD)
और जाति से जाति और नगर से नगर चूर किए जाते थे, क्योंकि परमेश्वर नाना प्रकार का कष्ट देकर उन्हें घबरा देता था। परन्तु तुम लोग हियाव बान्धो और तुम्हारे हाथ ढीले न पड़ें, क्योंकि तुम्हारे काम का बदला मिलेगा।
2 इतिहास 15:6-7 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
जाति से जाति और नगर से नगर चूर किए जाते थे, क्योंकि परमेश्वर नाना प्रकार का कष्ट देकर उन्हें घबरा देता था। परन्तु तुम लोग हियाव बाँधो और तुम्हारे हाथ ढीले न पड़ें, क्योंकि तुम्हारे काम का बदला मिलेगा।”
2 इतिहास 15:6-7 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
जाति से जाति और नगर से नगर चूर किए जाते थे, क्योंकि परमेश्वर विभिन्न प्रकार का कष्ट देकर उन्हें घबरा देता था। (मत्ती 24:7) परन्तु तुम लोग हियाव बाँधों और तुम्हारे हाथ ढीले न पड़ें, क्योंकि तुम्हारे काम का बदला मिलेगा।” (1 कुरि. 15:58)
2 इतिहास 15:6-7 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
एक राष्ट्र दूसरे को कुचल रहा था और एक नगर दूसरे को, क्योंकि परमेश्वर ही उन्हें अलग-अलग तरह की मुसीबतें देकर उन्हें घबरा रहे थे. मगर तुम्हारे लिए मेरी सलाह है, स्थिर रहो, साहस न छोड़ो क्योंकि तुम्हारे द्वारा किए जा रहे काम के लिए उत्तम प्रतिफल तय है.”