2 इतिहास 1:11-12

2 इतिहास 1:11-12 पवित्र बाइबल (HERV)

परमेश्वर ने सुलैमान से कहा, “तुम्हारी भावनायें बिल्कुल ठीक हैं। तुमने धन या सम्पत्ति या सम्मान नहीं माँगा है। तुमने यह भी नहीं माँगा है कि तुम्हारे शत्रु मर जायें। तुमने लम्बी उम्र भी नहीं माँगी है। किन्तु तुमने अपने लिये बुद्धि और ज्ञान माँगा है। जिससे तुम मेरी प्रजा के सम्बन्ध में बुद्धिमता से निर्णय ले सको, जिसका मैंने तुमको राजा बनाया है। इसलिये मैं तुम्हें बुद्धि और ज्ञान दूँगा। मैं तुम्हें धन, वैभव और सम्मान भी दूँगा। तुम्हारे पहले होने वाले राजाओं के पास इतना धन और इतना सम्मान कभी नहीं था और तुम्हारे बाद होने वाले राजाओं के पास भी इतना धन और सम्मान नहीं होगा।”

2 इतिहास 1:11-12 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)

परमेश्‍वर ने सुलेमान को उत्तर दिया, ‘तेरे हृदय में यह सुन्‍दर विचार था। इसलिए तूने मुझसे धन-सम्‍पत्ति, वैभव, मान-सम्‍मान नहीं मांगा। तूने अपने शत्रुओं के प्राण नहीं मांगे। तूने अपने लिए दीर्घायु नहीं मांगी, वरन् तूने मेरे निज लोगों पर राज्‍य करने के लिए बुद्धि और समझ मांगी, जिन पर मैंने तुझको राजा नियुक्‍त किया है। अत: देख, मैं तुझको बुद्धि और समझ प्रदान करता हूँ। इनके अतिरिक्‍त मैं तुझको धन-सम्‍पत्ति, वैभव और मान-सम्‍मान भी प्रदान करता हूँ। तुझसे पहले और तेरे बाद धन-वैभव और मान-सम्‍मान में तेरे समान समृद्ध और वैभवशाली कोई राजा नहीं होगा।’