1 राजा 16:29-34

1 राजा 16:29-34 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)

यहूदा के राजा आसा के अड़तीसवें वर्ष में ओम्री का पुत्र अहाब इस्राएल पर राज्य करने लगा, और इस्राएल पर शोमरोन में बाईस वर्ष तक राज्य करता रहा। और ओम्री के पुत्र अहाब ने उन सबसे अधिक जो उससे पहले थे, वह कर्म किए जो यहोवा की दृष्‍टि में बुरे थे। उसने तो नबात के पुत्र यारोबाम के पापों में चलना हलकी–सी बात जानकर, सीदोनियों के राजा एतबाल की बेटी ईजेबेल से विवाह कर के बाल देवता की उपासना की और उसको दण्डवत् किया। उसने बाल का एक भवन शोमरोन में बनाकर उसमें बाल की एक वेदी बनाई। और अहाब ने एक अशेरा भी बनाया, वरन् उसने उन सब इस्राएली राजाओं से बढ़कर जो उससे पहले थे, इस्राएल के परमेश्‍वर यहोवा को क्रोध दिलाने के काम किए। उसके दिनों में बेतेलवासी हीएल ने यरीहो को फिर बसाया; जब उसने उसकी नींव डाली तब उसका जेठा पुत्र अबीराम मर गया, और जब उसने उसके फाटक खड़े किए तब उसका छोटा पुत्र सगूब मर गया, यह यहोवा के उस वचन के अनुसार हुआ, जो उसने नून के पुत्र यहोशू के द्वारा कहलवाया था।

1 राजा 16:29-34 पवित्र बाइबल (HERV)

यहूदा पर आसा के राज्य काल के अड़तीसवें वर्ष में ओम्री का पुत्र अहाब इस्राएल का राजा बना। अहाब ने वे काम किये जिन्हें यहोवा ने बुरा बताया था और अहाब उन सभी राजाओं से भी बुरा था जो उसके पहले हुए थे। अहाब के लिये इतना ही काफी नहीं था कि वह वैसे ही पाप करे जैसे नबात के पुत्र यारोबाम ने किये थे। अत: अहाब ने एतबाल की पुत्री ईजेबेल से विवाह किया। एतबाल सीदोन के लोगों का राजा था। तब अहाब ने बाल की सेवा और पुजा करनी आरम्भ की। अहाब ने बाल की पूजा करने के लिये शोमरोन में पूजागृह बनाया। उसने पूजागृह में एक वेदी रखी। अहाब ने अशेरा की पूजा के लिये एक विशेष स्तम्भ भी खड़ा किया। अहाब ने यहोवा, इस्राएल के परमेश्वर को क्रोधित करने वाले बहुत से काम, उन सभी राजाओं से अधिक किये, जो उसके पहले थे। अहाब के राज्य काल में बेतेल के हीएल ने यरीहो नगर को दुबारा बनाया। जिस समय हीएल ने नगर बनाने का काम आरम्भ किया, उसका बड़ा पुत्र अबीराम मर गया और जब हीएल ने नगर द्वार बनाये, उसका सबसे छोटा पुत्र सगूब मर गाय। यह ठीक वैसा ही हुआ जैसा यहोवा ने नून के पुत्र यहोशू से बातें करते हुए कहा था।

1 राजा 16:29-34 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)

यहूदा प्रदेश के राजा आसा के राज्‍यकाल के अड़तीसवें वर्ष में अहाब बेन-ओम्री ने इस्राएल प्रदेश पर राज्‍य करना आरम्‍भ किया। उसने सामरी नगर में इस्राएल प्रदेश की जनता पर बाईस वर्ष तक राज्‍य किया। अहाब ने प्रभु की दृष्‍टि में बुरा कार्य किया। वस्‍तुत: उसने दुष्‍कर्म करने में अपने पूर्ववर्ती राजाओं को मात दे दी। उसके लिए यारोबआम बेन-नबाट के पापमय मार्ग पर चलना सरल कार्य था। उसने सीदोनी राजा एतबअल की पुत्री ईजेबेल से विवाह किया। वह बअल देवता के मन्‍दिर में गया। वहां उसने उसकी आराधना और पूजा की। उसने सामरी नगर में बअल देवता के लिए एक मन्‍दिर बनाया, और उस मन्‍दिर में एक वेदी की स्‍थापना की। अहाब ने अशेराह देवी की पूजा के खम्‍भे भी बनाए। वस्‍तुत: उसने इस्राएली राष्‍ट्र के प्रभु परमेश्‍वर को अपने दुष्‍कर्मों से इतना चिढ़ाया, जितना उसके पूर्व इस्राएल प्रदेश के किसी भी राजा ने नहीं चिढ़ाया था। उसके राज्‍य-काल में बेत-एल नगर के निवासी हीएल ने यरीहो नगर का पुन: निर्माण किया। उसने यरीहो नगर की नींव में अपने पहलौठे पुत्र अबीराम को जिन्‍दा गाड़ा! नगर-द्वार खड़ा करते समय उसने अपने सबसे छोटे पुत्र सगूब को जिन्‍दा गाड़ा। यह प्रभु के वचन के अनुसार हुआ जैसा उसने यहोशुअ बेन-नून के माध्‍यम से कहा था।

1 राजा 16:29-34 Hindi Holy Bible (HHBD)

यहूदा के राजा आसा के अड़तीसवें वर्ष में ओम्री का पुत्र अहाब इस्राएल पर राज्य करने लगा, और इस्राएल पर शोमरोन में बाईस वर्ष तक राज्य करता रहा। और ओम्री के पुत्र अहाब ने उन सब से अधिक जो उस से पहिले थे, वह कर्म किए जो यहोवा की दृष्टि में बुरे थे। उसने तो नबात के पुत्र यारोबाम के पापों में चलना हलकी सी बात जानकर, सीदोनियों के राजा एतबाल की बेटी ईजेबेल को ब्याह कर बाल देवता की उपासना की और उसको दण्डवत किया। और उसने बाल का एक भवन शोमरोन में बनाकर उस में बाल की एक वेदी बनाईं। और अहाब ने एक अशेरा भी बनाया, वरन उसने उन सब इस्राएली राजाओं से बढ़ कर जो उस से पहिले थे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा को क्रोध दिलाने के काम किए। उसके दिनों में बेतेलवासी हीएल ने यरीहो को फिर बसाया; जब उसने उसकी नेव डाली तब उसका जेठा पुत्र अबीराम मर गया, और जब उसने उसके फाटक खड़े किए तब उसका लहुरा पुत्र सगूब मर गया, यह यहोवा के उस वचन के अनुसार हुआ, जो उसने नून के पुत्र यहोशू के द्वारा कहलवाया था।

1 राजा 16:29-34 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)

यहूदा के राजा आसा के राज्य के अड़तीसवें वर्ष में ओम्री का पुत्र अहाब इस्राएल पर राज्य करने लगा, और इस्राएल पर सामरिया में बाईस वर्ष तक राज्य करता रहा। और ओम्री के पुत्र अहाब ने उन सबसे अधिक जो उससे पहले थे, वह कर्म किए जो यहोवा की दृष्टि में बुरे थे। उसने तो नबात के पुत्र यारोबाम के पापों में चलना हलकी सी बात जानकर, सीदोनियों के राजा एतबाल की बेटी ईजेबेल से विवाह करके बाल देवता की उपासना की और उसको दण्डवत् किया। (प्रका. 2:20) उसने बाल का एक भवन सामरिया में बनाकर उसमें बाल की एक वेदी बनाई। और अहाब ने एक अशेरा भी बनाया, वरन् उसने उन सब इस्राएली राजाओं से बढ़कर जो उससे पहले थे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा को क्रोध दिलाने के काम किए। उसके दिनों में बेतेलवासी हीएल ने यरीहो को फिर बसाया; जब उसने उसकी नींव डाली तब उसका जेठा पुत्र अबीराम मर गया, और जब उसने उसके फाटक खड़े किए तब उसका छोटा पुत्र सगूब मर गया, यह यहोवा के उस वचन के अनुसार हुआ, जो उसने नून के पुत्र यहोशू के द्वारा कहलवाया था। (यहो. 6:26)

1 राजा 16:29-34 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)

यहूदिया के राजा आसा के शासनकाल के अड़तीसवें साल में ओमरी के पुत्र अहाब ने इस्राएल पर शासन शुरू किया. अहाब ने इस्राएल पर बाईस साल शासन किया. ओमरी के पुत्र अहाब ने वही सब किया, जो याहवेह की दृष्टि में गलत थे. यह सब उन सबसे कहीं अधिक गलत था, जो उसके पहले के राजाओं द्वारा किया गया था. इसके अलावा, मानो इतना काफ़ी न था, कि उसने वे ही पाप किए, जो नेबाथ के पुत्र यरोबोअम द्वारा किए गए थे, उसने सीदोनियों के राजा एथबाल की पुत्री ईजेबेल से विवाह कर लिया और फिर वह जाकर बाल की पूजा-अर्चना करने लगा. शमरिया में उसने बाल के लिए एक मंदिर बनवाया. इस मंदिर में उसने बाल के लिए एक वेदी भी बनवाई. अहाब ने अशेरा के खंभे की भी स्थापना की. यह सब करके अहाब ने याहवेह, इस्राएल के परमेश्वर को उन सब की अपेक्षा अधिक क्रोधित किया, जो उसके पहले के राजाओं ने किया था. इन्हीं दिनों में बेथेल निवासी हिएल ने येरीख़ो नगर को बनाना शुरू किया और जब उसने इसकी नींव डाली तो उसके पहलौठे पुत्र अबीराम की मृत्यु हो गई. और जब वह नगर फाटक, लगवा रहा था, उसके छोटे पुत्र सेगूब की मृत्यु हो गई. यह याहवेह के वचन के अनुसार था, जो उन्होंने नून के पुत्र यहोशू द्वारा बताया था.