फिर सिपाही उसे रोम के राज्यपाल निवास में ले गये। उन्होंने सिपाहियों की पूरी पलटन को बुला लिया। फिर उन्होंने यीशु को बैंजनी रंग का वस्त्र पहनाया और काँटों का एक ताज बना कर उसके सिर पर रख दिया। फिर उसे सलामी देने लगे: “यहूदियों के राजा का स्वागत है!” वे उसके सिर पर सरकंडे मारते जा रहे थे। वे उस पर थूक रहे थे। और घुटनों के बल झुक कर वे उसके आगे नमन करते जाते थे। इस तरह जब वे उसकी खिल्ली उड़ा चुके तो उन्होंने उसका बैंजनी वस्त्र उतारा और उसे उसके अपने कपड़े पहना दिये। और फिर उसे क्रूस पर चढ़ाने, बाहर ले गये। उन्हें कुरैन का रहने वाला शिमौन नाम का एक व्यक्ति, रास्ते में मिला। वह गाँव से आ रहा था। वह सिकन्दर और रुफुस का पिता था। सिपाहियों ने उस पर दबाव डाला कि वह यीशु का क्रूस उठा कर चले। फिर वे यीशु को गुलगुता (जिसका अर्थ है “खोपड़ी-स्थान”) नामक स्थान पर ले गये। तब उन्होंने उसे लोहबान मिला हुआ दाखरस पीने को दिया। किन्तु उसने उसे नहीं लिया।
मरकुस 15 पढ़िए
शेयर
सभी संस्करणों की तुलना करें: मरकुस 15:16-23
4 दिन
हमारे "ईस्टर क्रूस है" डिजिटल अभियान के साथ ईस्टर की सच्ची भावना का अनुभव करें! यह विशेष कार्यक्रम आपको यीशु की कहानी को लूमो ईस्टर फ़िल्मों की प्रेरणादायक झलकियों के माध्यम से खोजने के लिए आमंत्रित करता है, जो व्यक्तिगत चिंतन, सार्थक वार्तालाप और सामुदायिक सहभागिता को प्रोत्साहित करता है | यीशु के जीवन, सेवकाई और उनके दुःखभोग को दर्शाने वाली सामग्री की विशेषता के साथ, यह कार्यक्रम कई भाषाओं में उपलब्ध है, जिससे सभी पृष्ठभूमि के लोग एक साथ आशा और मुक्ति के संदेश को साझा कर सकें।
19 दिन
मार्क का छोटा सुसमाचार यीशु मसीह के सांसारिक मंत्रालय को पीड़ित सेवक और मनुष्य के पुत्र के रूप में वर्णित करता है। जब आप ऑडियो अध्ययन सुनते हैं और भगवान के वचन से चुनिंदा छंद पढ़ते हैं तो मार्क के माध्यम से दैनिक यात्रा करें।
8 दिन
छंद सहेजें, ऑफ़लाइन पढ़ें, शिक्षण क्लिप देखें, और बहुत कुछ!
होम
बाइबिल
योजनाएँ
वीडियो