यिर्मयाह 5:18-23

यिर्मयाह 5:18-23 HERV

यह सन्देश यहोवा का है: “किन्तु कब वे भयैंनक दिन आते हैं, यहूदा मैं तुझे पूरी तरह नष्ट नहीं करूँगा। यहूदा के लोग तुमसे पूछेंगे, ‘यिर्मयाह, हमारे परमेश्वर यहोवा ने हमारा ऐसा बुरा क्यों किया?’ उन्हें यह उत्तर दो, ‘यहूदा के लोगों, तुमने यहोवा को त्याग दिया है, और तुमने अपने ही देश में विदेशी देव मूर्तियों की पूजा की है। तुमने वे काम किये, अत: तुम अब उस देश में जो तुम्हारा नहीं है, विदेशियों की सेवा करोगे।’” यहोवा ने कहा, “याकूब के परिवार में, इस सन्देश की घोषणा करो। इस सन्देश को यहूदा राष्ट्र में सुनाओ। इस सन्देश को सुनो, तुम मूर्ख लोगों, तुम्हें समझ नहीं हैं: तुम लोगों की आँखें है, किन्तु तुम देखते नहीं! तुम लोगों के कान हैं, किन्तु तुम सनते नहीं! निश्चय ही तुम मुझसे भयभीत हो।” यह सन्देश यहोवा का है। “मेरे सामने तुम्हें भय से काँपना चाहिये। मैं ही वह हूँ, जिसने समुद्र तटों को समुद्र की मर्यादा बनाई। मैंने बालू की ऐसी सीमा बनाई जिसे पानी तोड़ नहीं सकती। तरंगे तट को कुचल सकती हैं, किन्तु वे इसे नष्ट नहीं करेंगी। चढ़ती हुई तरंगे गरज सकती हैं, किन्तु वे तट की मर्यादा तोड़ नहीं सकती। किन्तु यहूदा के लोग हठी हैं। वे हमेशा मेरे विरुद्ध जाने की योजना बनाते हैं। वे मुझसे मुड़े हैं और मुझसे दूर चले गए हैं।