निर्गमन 10:21-29

निर्गमन 10:21-29 HERV

तब यहोवा ने मूसा से कहा, “अपनी बाहों को आकाश में ऊपर उठाओ और अंधकार मिस्र को ढक लेगा। यह अंधकार इतना सघन होगा कि तुम मानो उसे महसूस कर सकोगे।” अतः मूसा ने हवा में बाहें उठाईं और घोर अन्धकार ने मिस्र को ढक लिया। मिस्र में तीन दिन तक अधंकार रहा। कोई भी किसी अन्य को नहीं देख सकता था और तीन दिन तक कोई अपनी जगह से नहीं उठ सका। किन्तु उन सभी जगहों पर जहाँ इस्राएल के लोग रहते थे, प्रकाश था। फ़िरौन ने मूसा को फिर बुलाया। फ़िरौन ने कहा, “जाओ और यहोवा की उपासना करो! तुम अपने साथ अपने बच्चों को ले जा सकते हो। केवल अपनी भेड़ें और पशु यहाँ छोड़ देना।” मूसा ने कहा, “हम लोग केवल अपनी भेड़ें और पशु ही अपने साथ नहीं ले जाएंगे बल्कि जब हम लोग जाएंगे तुम हम लोगों को भेंट और बलि भी दोगे और हम लोग इन बलियों का अपने परमेश्वर यहोवा की उपासना के रूप में प्रयोग करेंगे। हम लोग अपने जानवर अपने साथ अपने परमेश्वर यहोवा की उपासना के लिए ले जाएंगे। एक खुर भी पीछे नहीं छोड़ा जाएगा। अभी तक हम नहीं जानते कि यहोवा की उपासना के लिए किन चीज़ों की सचमुच आवश्यकता पड़ेगी। यह हम लोग तब जान सकेंगे जब हम लोग वहाँ पहुँचेंगे जहाँ हम जा रहे हैं। अतः ये सभी चीज़ें अवश्य ही हम अपने साथ ले जाएंगे।” यहोवा ने फ़िरौन को फिर हठी बनाया। इसलिए फ़िरौन ने उनको जाने से मना कर दिया। तब फ़िरौन ने मूसा से कहा, “मुझ से दूर हो जाओ। मैं नहीं चाहता कि तुम यहाँ फिर आओ! इसके बाद यदि तुम मुझसे मिलने आओगे तो मारे जाओगे!” तब मूसा ने फिरौन से कहा, “तुम जो कहते हो, सही है। मैं तुमसे मिलने फिर कभी नहीं आऊँगा!”

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