भजन संहिता 54

54
शत्रुओं से रक्षा के लिये प्रार्थना
प्रधान बजानेवाले के लिये, दाऊद का मश्कील तारवाले बाजों के साथ, जब जीपियों ने आकर शाऊल से कहा, “क्या दाऊद हमारे बीच में छिपा नहीं रहता?”#1 शमू 23:19; 26:1
1हे परमेश्‍वर अपने नाम के द्वारा मेरा
उद्धार कर,
और अपने पराक्रम से मेरा न्याय कर।
2हे परमेश्‍वर, मेरी प्रार्थना सुन ले;
मेरे मुँह के वचनों की ओर कान लगा।
3क्योंकि परदेशी मेरे विरुद्ध उठे हैं,
और कुकर्मी मेरे प्राण के ग्राहक हुए हैं;
उन्होंने परमेश्‍वर को अपने सम्मुख नहीं
जाना। (सेला)
4देखो, परमेश्‍वर मेरा सहायक है;
प्रभु मेरे प्राण के सम्भालनेवालों के संग है।
5वह मेरे द्रोहियों की बुराई को उन्हीं पर
लौटा देगा;
हे परमेश्‍वर, अपनी सच्‍चाई के कारण
उनका विनाश कर।
6मैं तुझे स्वेच्छाबलि चढ़ाऊँगा;
हे यहोवा, मैं तेरे नाम का धन्यवाद करूँगा,
क्योंकि यह उत्तम है।
7क्योंकि तू ने मुझे सब दुखों से छुड़ाया है,
और मैं अपने शत्रुओं पर दृष्‍टि करके
सन्तुष्‍ट हुआ हूँ।

वर्तमान में चयनित:

भजन संहिता 54: HINOVBSI

हाइलाइट

शेयर

कॉपी

None

Want to have your highlights saved across all your devices? Sign up or sign in