भजन संहिता 132:1-9

भजन संहिता 132:1-9 HINOVBSI

हे यहोवा, दाऊद के लिये उसकी सारी दुर्दशा को स्मरण कर; उसने यहोवा से शपथ खाई, और याकूब के सर्वशक्‍तिमान की मन्नत मानी है, “निश्‍चय मैं उस समय तक अपने घर में प्रवेश न करूँगा, और न अपने पलंग पर चढ़ूँगा; न अपनी आँखों में नींद, और न अपनी पलकों में झपकी आने दूँगा, जब तक मैं यहोवा के लिये एक स्थान, अर्थात् याकूब के सर्वशक्‍तिमान के लिये निवास स्थान न पाऊँ।” देखो, हम ने एप्राता में इसकी चर्चा सुनी है, हम ने इसको वन के खेतों में पाया है। आओ, हम उसके निवास में प्रवेश करें, हम उसके चरणों की चौकी के आगे दण्डवत् करें! हे यहोवा, उठकर अपने विश्राम स्थान में अपनी सामर्थ्य के सन्दूक समेत आ। तेरे याजक धर्म के वस्त्र पहिने रहें, और तेरे भक्‍त लोग जयजयकार करें।