भजन संहिता 110
110
परमेश्वर और उसका चुना हुआ राजा
दाऊद का भजन
1मेरे प्रभु से यहोवा की वाणी यह है,
“तू मेरे दाहिने हाथ बैठ,
जब तक कि मैं तेरे शत्रुओं को तेरे चरणों की
चौकी न कर दूँ।#मत्ती 22:44; मरकुस 12:36; लूका 20:42,43; प्रेरि 2:34,35; 1 कुरि 15:25; इफि 1:20–22; कुलु 3:1; इब्रा 1:13; 8:1; 10:12,13 ”
2तेरे पराक्रम का राजदण्ड यहोवा सिय्योन से
बढ़ाएगा।
तू अपने शत्रुओं के बीच में शासन कर।
3तेरी प्रजा के लोग तेरे पराक्रम के दिन
स्वेच्छाबलि बनते हैं;
तेरे जवान लोग पवित्रता से शोभायमान,
और भोर के गर्भ से जन्मी हुई ओस
के समान तेरे पास हैं।
4यहोवा ने शपथ खाई और न पछताएगा :
“तू मेल्कीसेदेक की रीति पर
सर्वदा का याजक है।#इब्रा 5:6; 6:20; 7:17,21 ”
5प्रभु तेरी दाहिनी ओर होकर
अपने क्रोध के दिन राजाओं को
चूर कर देगा।
6वह जाति जाति में न्याय चुकाएगा,
रणभूमि शवों से भर जाएगी;
वह लम्बे चौड़े देश के प्रधान को
चूर चूर कर देगा।
7वह मार्ग में चलता हुआ नदी का जल पीएगा;
इस कारण वह सिर को ऊँचा करेगा।
वर्तमान में चयनित:
भजन संहिता 110: HINOVBSI
हाइलाइट
शेयर
कॉपी
Want to have your highlights saved across all your devices? Sign up or sign in
Hindi OV (Re-edited) Bible - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible
Copyright © 2012 by The Bible Society of India
Used by permission. All rights reserved worldwide.