लूका 11:37-44

लूका 11:37-44 HINOVBSI

जब वह बातें कर रहा था तो किसी फरीसी ने उससे विनती की कि मेरे यहाँ भोजन कर। वह भीतर जाकर भोजन करने बैठा। फरीसी को यह देखकर अचम्भा हुआ कि उसने भोजन करने से पहले स्‍नान नहीं किया। प्रभु ने उससे कहा, “हे फरीसियो, तुम कटोरे और थाली को ऊपर–ऊपर से तो माँजते हो, परन्तु तुम्हारे भीतर अन्धेर और दुष्‍टता भरी है। हे निर्बुद्धियो, जिसने बाहर का भाग बनाया, क्या उसने भीतर का भाग नहीं बनाया? परन्तु हाँ, भीतरवाली वस्तुओं को दान कर दो, तो देखो, सब कुछ तुम्हारे लिये शुद्ध हो जाएगा। “पर हे फरीसियो, तुम पर हाय! तुम पोदीने और सुदाब का और सब भाँति के साग–पात का दसवाँ अंश देते हो, परन्तु न्याय को और परमेश्‍वर के प्रेम को टाल देते हो; चाहिए तो था कि इन्हें भी करते रहते और उन्हें भी न छोड़ते। हे फरीसियो, तुम पर हाय! तुम आराधनालयों में मुख्य–मुख्य आसन और बाजारों में नमस्कार चाहते हो। हाय तुम पर! क्योंकि तुम उन छिपी कब्रों के समान हो, जिन पर लोग चलते हैं परन्तु नहीं जानते।”