लैव्यव्यवस्था 4:1-12

लैव्यव्यवस्था 4:1-12 HINOVBSI

फिर यहोवा ने मूसा से कहा, “इस्राएलियों से यह कह कि यदि कोई मनुष्य उन कामों में से जिनको यहोवा ने मना किया है, किसी काम को भूल से करके पापी हो जाए; और यदि अभिषिक्‍त याजक ऐसा पाप करे जिससे प्रजा दोषी ठहरे, तो अपने पाप के कारण वह एक निर्दोष बछड़ा यहोवा को पापबलि करके चढ़ाए। वह उस बछड़े को मिलापवाले तम्बू के द्वार पर यहोवा के आगे ले जाकर उसके सिर पर हाथ रखे, और उस बछड़े को यहोवा के सामने बलि करे। और अभिषिक्‍त याजक बछड़े के लहू में से कुछ लेकर मिलापवाले तम्बू में ले जाए; और याजक अपनी उंगली लहू में डुबो–डुबोकर और उसमें से कुछ लेकर पवित्रस्थान के बीचवाले परदे के आगे यहोवा के सामने सात बार छिड़के। और याजक उस लहू में से कुछ और लेकर सुगन्धित धूप की वेदी के सींगों पर जो मिलापवाले तम्बू में है यहोवा के सामने लगाए; फिर बछड़े के सब लहू को वेदी के पाए पर जो मिलापवाले तम्बू के द्वार पर है उंडेल दे। फिर वह पापबलि के बछड़े की सब चरबी को उससे अलग करे, अर्थात् जिस चरबी से अंतड़ियाँ ढपी रहती हैं, और जितनी चरबी उनमें लिपटी रहती है, और दोनों गुर्दे और उनके ऊपर की चरबी जो कमर के पास रहती है, और गुर्दों समेत कलेजे के ऊपर की झिल्‍ली, इन सभों को वह ऐसे अलग करे, जैसे मेलबलिवाले चढ़ावे के बछड़े से अलग किए जाते हैं, और याजक इनको होमबलि की वेदी पर जलाए। परन्तु उस बछड़े की खाल, पाँव, सिर, अंतड़ियाँ, गोबर, और सारा मांस, अर्थात् समूचा बछड़ा छावनी से बाहर शुद्ध स्थान में, जहाँ राख डाली जाएगी, ले जाकर लकड़ी पर रखकर आग से जलाए; जहाँ राख डाली जाती है वह वहीं जलाया जाए।