यशायाह 13:10-22

यशायाह 13:10-22 HINOVBSI

क्योंकि आकाश के तारागण और बड़े बड़े नक्षत्र अपना प्रकाश न देंगे, और सूर्य उदय होते होते अन्धेरा हो जाएगा, और चन्द्रमा अपना प्रकाश न देगा। मैं जगत के लोगों को उनकी बुराई के कारण, और दुष्‍टों को उनके अधर्म का दण्ड दूँगा; मैं अभिमानियों के अभिमान का नाश करूँगा, और उपद्रव करने वालों के घमण्ड को तोड़ूँगा। मैं मनुष्य को कुन्दन से, और आदमी को ओपीर के सोने से भी अधिक महँगा करूँगा। इसलिये मैं आकाश को कँपाऊँगा, और पृथ्वी अपने स्थान से टल जाएगी; यह सेनाओं के यहोवा के रोष के कारण और उसके भड़के हुए क्रोध के दिन होगा। वे खदेड़े हुए हरिण, या बिन चरवाहे की भेड़ों के समान अपने अपने लोगों की ओर फिरेंगे, और अपने अपने देश को भाग जाएँगे। जो कोई मिले वह बेधा जाएगा, और जो कोई पकड़ा जाए, वह तलवार से मार डाला जाएगा। उनके बाल बच्‍चे उनके सामने पटक दिए जाएँगे; और उनके घर लूटे जाएँगे, और उनकी स्त्रियाँ भ्रष्‍ट की जाएँगी। देखो, मैं उनके विरुद्ध मादी लोगों को उभारूँगा जो न तो चाँदी का कुछ विचार करेंगे और न सोने का लालच करेंगे। वे तीरों से जवानों को मारेंगे, और बच्‍चों पर कुछ दया न करेंगे, वे लड़कों पर कुछ तरस न खाएँगे। बेबीलोन जो सब राज्यों का शिरोमणि है, और जिसकी शोभा पर कसदी लोग फूलते हैं, वह ऐसा हो जाएगा जैसे सदोम और अमोरा, जब परमेश्‍वर ने उन्हें उलट दिया था। वह फिर कभी न बसेगा और युग युग तक उसमें कोई वास न करेगा; अरबी लोग भी उस में डेरा खड़ा न करेंगे, और न चरवाहे उस में अपने पशु बैठाएँगे। वहाँ जंगली जन्तु बैठेंगे, और उल्‍लू उनके घरों में भरे रहेंगे; वहाँ शुतुर्मुर्ग बसेंगे, और जंगली बकरे वहाँ नाचेंगे। उस नगर के राज–भवनों में हुँडार, और उसके सुख–विलास के मन्दिरों में गीदड़ बोला करेंगे; उसके विनाश का समय निकट आ गया है, और उसके दिन अब बहुत नहीं रहे।