हबक्कूक 2:5-7

हबक्कूक 2:5-7 HINOVBSI

दाखमधु से धोखा होता है; अहंकारी पुरुष घर में नहीं रहता, और उसकी लालसा अधोलोक के समान पूरी नहीं होती,और मृत्यु के समान उसका पेट नहीं भरता। वह सब जातियों को अपने पास खींच लेता, और सब देशों के लोगों को अपने पास इकट्ठे कर रखता है।” क्या वे सब उसका दृष्‍टान्त चलाकर, और उस पर ताना मारकर न कहेंगे, “हाय उस पर जो पराया धन छीन छीनकर धनवान हो जाता है? कब तक? हाय उस पर जो अपना घर बन्धक की वस्तुओं से भर लेता है!” जो तुझ से कर्ज लेते हैं, क्या वे लोग अचानक न उठेंगे? क्या वे न जागेंगे जो तुझ को संकट में डालेंगे?