यहेजकेल 13:1-18

यहेजकेल 13:1-18 HINOVBSI

यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा, “हे मनुष्य के सन्तान, इस्राएल के जो भविष्यद्वक्‍ता अपने ही मन से भविष्यवाणी करते हैं, उनके विरुद्ध भविष्यवाणी करके तू कह, ‘यहोवा का वचन सुनो!’ प्रभु यहोवा यों कहता है : हाय, उन मूढ़ भविष्यद्वक्‍ताओं पर जो अपनी ही आत्मा के पीछे भटक जाते हैं, और कुछ दर्शन नहीं पाया! हे इस्राएल, तेरे भविष्यद्वक्‍ता खण्डहरों में की लोमड़ियों के समान बने हैं। तुम ने दरारों में चढ़कर इस्राएल के घराने के लिये दीवार नहीं सुधारी, जिस से वे यहोवा के दिन युद्ध में स्थिर रह सकते। वे लोग जो कहते हैं, ‘यहोवा की यह वाणी है,’ उन्होंने भावी का व्यर्थ और झूठा दावा किया है; और तब भी यह आशा दिलाई कि यहोवा यह वचन पूरा करेगा; तौभी यहोवा ने उन्हें नहीं भेजा। क्या तुम्हारा दर्शन झूठा नहीं है, और क्या तुम झूठमूठ भावी नहीं कहते? तुम कहते हो, ‘यहोवा की यह वाणी है;’ परन्तु मैं ने कुछ नहीं कहा है।” इस कारण प्रभु यहोवा तुम से यों कहता है : “तुम ने जो व्यर्थ बात कही और झूठे दर्शन देखे हैं, इसलिये मैं तुम्हारे विरुद्ध हूँ, प्रभु यहोवा की यही वाणी है। जो भविष्यद्वक्‍ता झूठे दर्शन देखते और झूठमूठ भावी कहते हैं, मेरा हाथ उनके विरुद्ध होगा, और वे मेरी प्रजा की मंडली में भागी न होंगे, न उनके नाम इस्राएल की नामावली में लिखे जाएँगे, और न वे इस्राएल के देश में प्रवेश करने पाएँगे; इस से तुम लोग जान लोगे कि मैं प्रभु यहोवा हूँ। क्योंकि, हाँ, क्योंकि उन्होंने ‘शान्ति है’, ऐसा कहकर मेरी प्रजा को बहकाया है जब कि शान्ति नहीं है; और इसलिये कि जब कोई दीवार बनाता है तब वे उसकी कच्‍ची लेसाई करते हैं। उन कच्‍ची लेसाई करनेवालों से कह कि वह गिर जाएगी। क्योंकि बड़े जोर की वर्षा होगी, और बड़े बड़े ओले भी गिरेंगे, और प्रचण्ड आँधी उसे गिराएगी। इसलिये जब दीवार गिर जाएगी, तब क्या लोग तुम से यह न कहेंगे, ‘जो लेसाई तुम ने की वह कहाँ गई?’ इस कारण प्रभु यहोवा तुम से यों कहता है : मैं जलकर उसको प्रचण्ड आँधी के द्वारा गिराऊँगा; और मेरे कोप से भारी वर्षा होगी, और मेरी जलजलाहट से बड़े बड़े ओले गिरेंगे कि दीवार को नष्‍ट करें। इस रीति जिस दीवार पर तुम ने कच्‍ची लेसाई की है, उसे मैं ढा दूँगा, वरन् मिट्टी में मिलाऊँगा, और उसकी नींव खुल जाएगी; और जब वह गिरेगी, तब तुम भी उसके नीचे दबकर नष्‍ट होगे; और तुम जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ। इस रीति मैं दीवार और उसकी कच्‍ची लेसाई करनेवाले दोनों पर अपनी जलजलाहट पूर्ण रीति से भड़काऊँगा; फिर तुम से कहूँगा, न तो दीवार रही, और न उसके लेसनेवाले रहे, अर्थात् इस्राएल के वे भविष्यद्वक्‍ता जो यरूशलेम के विषय में भविष्यद्वाणी करते और उनकी शान्ति का दर्शन बताते थे, परन्तु प्रभु यहोवा की यह वाणी है, कि शान्ति है ही नहीं। “फिर हे मनुष्य के सन्तान, तू अपने लोगों की स्त्रियों से विमुख होकर, जो अपने ही मन से भविष्यद्वाणी करती हैं; उनके विरुद्ध भविष्यद्वाणी करके कह, प्रभु यहोवा यों कहता है : जो स्त्रियाँ हाथ से सब जोड़ों के लिये तकिया सीतीं और प्राणियों का अहेर करने को सब प्रकार के मनुष्यों की आँख ढाँपने के लिए कपड़े बनाती हैं, उन पर हाय! क्या तुम मेरी प्रजा के प्राणों का अहेर करके अपने निज प्राण बचा रखोगी?