व्यवस्थाविवरण 16:9-16

व्यवस्थाविवरण 16:9-16 HINOVBSI

“फिर जब तू खेत में हँसुआ लगाने लगे, तब से आरम्भ करके सात सप्‍ताह गिनना। तब अपने परमेश्‍वर यहोवा की आशीष के अनुसार उसके लिये स्वेच्छाबलि देकर सप्‍ताहों नाम पर्व मानना; और उस स्थान में जो तेरा परमेश्‍वर यहोवा अपने नाम का निवास करने को चुन ले अपने अपने बेटे–बेटियों, दास–दासियों समेत तू और तेरे फाटकों के भीतर जो लेवीय हों, और जो जो परदेशी, और अनाथ, और विधवाएँ तेरे बीच में हों, वे सब के सब अपने परमेश्‍वर यहोवा के सामने आनन्द करें। और स्मरण रखना कि तू भी मिस्र में दास था; इसलिये इन विधियों के पालन करने में चौकसी करना। “तू जब अपने खलिहान और दाखमधु के कुण्ड में से सब कुछ इकट्ठा कर चुके, तब झोपड़ियों नाम पर्व सात दिन मानते रहना; और अपने इस पर्व में अपने अपने बेटे–बेटियों, दास–दासियों समेत तू और जो लेवीय, और परदेशी, और अनाथ, और विधवाएँ तेरे फाटकों के भीतर हों वे भी आनन्द करें। जो स्थान यहोवा चुन ले उसमें तू अपने परमेश्‍वर यहोवा के लिये सात दिन तक पर्व मानते रहना; क्योंकि तेरा परमेश्‍वर यहोवा तेरी सारी बढ़ती में और तेरे सब कामों में तुझ को आशीष देगा; तू आनन्द ही करना। वर्ष में तीन बार, अर्थात् अख़मीरी रोटी के पर्व, और सप्‍ताहों के पर्व, और झोपड़ियों के पर्व, इन तीनों पर्वों में तुम्हारे सब पुरुष अपने परमेश्‍वर यहोवा के सामने उस स्थान में जो वह चुन लेगा जाएँ। और देखो, छूछे हाथ यहोवा के सामने कोई न जाए