1 तीमुथियुस 3:1-7

1 तीमुथियुस 3:1-7 HINOVBSI

यह बात सत्य है कि जो अध्यक्ष होना चाहता है, वह भले काम की इच्छा करता है। यह आवश्यक है कि अध्यक्ष निर्दोष, और एक ही पत्नी का पति, संयमी, सुशील, सभ्य, अतिथि–सत्कार करनेवाला, और सिखाने में निपुण हो। पियक्‍कड़ या मारपीट करनेवाला न हो; वरन् कोमल हो, और न झगड़ालु, और न धन का लोभी हो। अपने घर का अच्छा प्रबन्ध करता हो, और अपने बाल–बच्‍चों को सारी गम्भीरता से अधीन रखता हो। जब कोई अपने घर ही का प्रबन्ध करना न जानता हो, तो परमेश्‍वर की कलीसिया की रखवाली कैसे करेगा? फिर यह कि नया चेला न हो, ऐसा न हो कि अभिमान करके शैतान का सा दण्ड पाए। और बाहरवालों में भी उसका सुनाम हो, ऐसा न हो कि निन्दित होकर शैतान के फंदे में फँस जाए।