पौलुस की ओर से जो परमेश्वर की इच्छा से यीशु मसीह का प्रेरित होने के लिये बुलाया गया और भाई सोस्थिनेस की ओर से, परमेश्वर की उस कलीसिया के नाम जो कुरिन्थुस में है, अर्थात् उनके नाम जो मसीह यीशु में पवित्र किए गए, और पवित्र होने के लिये बुलाए गए हैं; और उन सब के नाम भी जो हर जगह हमारे और अपने प्रभु यीशु मसीह के नाम से प्रार्थना करते हैं। हमारे पिता परमेश्वर और प्रभु यीशु मसीह की ओर से तुम्हें अनुग्रह और शान्ति मिलती रहे। मैं तुम्हारे विषय में अपने परमेश्वर का धन्यवाद सदा करता हूँ, इसलिये कि परमेश्वर का यह अनुग्रह तुम पर मसीह यीशु में हुआ कि उस में होकर तुम हर बात में, अर्थात् सारे वचन और सारे ज्ञान में धनी किए गए – कि मसीह की गवाही तुम में पक्की निकली – यहाँ तक कि किसी वरदान में तुम्हें घटी नहीं, और तुम हमारे प्रभु यीशु मसीह के प्रगट होने की बाट जोहते रहते हो। वह तुम्हें अन्त तक दृढ़ भी करेगा कि तुम हमारे प्रभु यीशु मसीह के दिन में निर्दोष ठहरो।
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3 दिन
परमेश्वर की बुलाहट, और हमारे लिए उनके उद्देश्य को समझने का अनुभव| गवाही से भरा जीवन जीना, दूसरों को उनके उद्धार भरे अनुग्रह के बारे में बताना| वर्तमान समय को भविष्य की आशा से जीतना| परमेश्वर के द्वारा चुने एक पात्र के रूप में एक योग्य जीवन जीना| मात्र मसीह को सिर मानते हुए, कलीसिया में एकता को बढ़ावा देना| परमेश्वर के वचन की घोषणा करना और उसे सिखाना|
24 दिन
"एक ईसाई को कैसे जीना चाहिए?" क्या कुरिन्थियों को लिखे पहले पत्र में इस विषय को संबोधित किया गया है, जो युवा ईसाइयों के सामने आने वाली समस्याओं पर व्यावहारिक देखभाल और सुधार देता है। जब आप ऑडियो अध्ययन सुनते हैं और भगवान के वचन से चुनिंदा छंद पढ़ते हैं, तो 1 कुरिन्थियों के माध्यम से दैनिक यात्रा करें।
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