तीतुस 3:3-7

तीतुस 3:3-7 HINCLBSI

क्‍योंकि हम भी तो पहले नासमझ, अवज्ञाकारी, भटके हुए, हर प्रकार की वासनाओं और भोगों के वशीभूत थे। हम विद्वेष और ईष्‍र्या में जीवन बिताते थे। हम घृणित थे और एक दूसरे से बैर करते थे। किन्‍तु हमारे उद्धारकर्ता परमेश्‍वर की भलाई तथा मनुष्‍यों के प्रति उसका प्रेम प्रकट हो गया। उसने नवजीवन के जल और पवित्र आत्‍मा की संजीवन शक्‍ति द्वारा हमारा उद्धार किया। उसने हमारे किसी पुण्‍य धर्म-कर्म के कारण ऐसा नहीं किया, बल्‍कि इसलिए कि वह दयालु है। उसने हमारे मुक्‍तिदाता येशु मसीह द्वारा हमें प्रचुर मात्रा में पवित्र आत्‍मा का वरदान दिया, जिससे हम उसकी कृपा द्वारा धार्मिक ठहराये जायें और शाश्‍वत जीवन के उत्तराधिकारी बनने की आशा कर सकें।