श्रेष्ठ गीत 3:5
श्रेष्ठ गीत 3:5 HINCLBSI
‘ओ यरूशलेम की कन्याओ! मैं वन-प्रदेश की हरिणियों और मृगियों की तुम्हें शपथ देती हूं : जब तक प्रेम स्वत: न जाग उठे, तुम उसे न उकसाना, तुम उसे न जगाना।
‘ओ यरूशलेम की कन्याओ! मैं वन-प्रदेश की हरिणियों और मृगियों की तुम्हें शपथ देती हूं : जब तक प्रेम स्वत: न जाग उठे, तुम उसे न उकसाना, तुम उसे न जगाना।