प्रकाशन 5:5-10

प्रकाशन 5:5-10 HINCLBSI

इस पर धर्मवृद्धों में से एक ने मुझ से कहा, “मत रोओ! देखो, वह, जो यहूदा कुल का सिंह है, जो दाऊद का श्रेष्‍ठ वंशज है, वह विजयी हुआ है। वह पुस्‍तक और उसकी सात मोहरें खोलने योग्‍य है।” तब मैंने सिंहासन के पास के चार प्राणियों और धर्मवृद्धों के बीच खड़े एक मेमने को देखा। वह मानो वध किया हुआ मेमना था। उसके सात सींग और सात नेत्र थे − ये परमेश्‍वर की सात आत्‍माएं हैं, जिन्‍हें परमेश्‍वर ने सारी पृथ्‍वी पर भेजा है। तब मेमने ने पास आ कर सिंहासन पर बैठने वाले के दाहिने हाथ से पुस्‍तक ली। जब मेमना पुस्‍तक ले चुका, तब चार प्राणी तथा चौबीस धर्मवृद्ध मेमने के सामने गिर पड़े। प्रत्‍येक धर्मवृद्ध के हाथ में वीणा थी और धूप से भरे स्‍वर्ण पात्र भी-ये सन्‍तों की प्रार्थनाएँ हैं। वे यह कहते हुए एक नया गीत गा रहे थे : “तू पुस्‍तक ग्रहण कर उसकी मोहरें खोलने योग्‍य है, क्‍योंकि तू वध किया गया था। और तूने अपना रक्‍त बहा कर परमेश्‍वर के लिए प्रत्‍येक कुल, भाषा, प्रजाति और राष्‍ट्र से मनुष्‍यों को ख़रीद लिया। तूने उन्‍हें हमारे परमेश्‍वर के लिए पुरोहितों का राजवंश बना दिया है और वे पृथ्‍वी पर राज्‍य करेंगे।”