भजन संहिता 37:1-11

भजन संहिता 37:1-11 HINCLBSI

दुर्जनों के कारण स्‍वयं को परेशान न करो; कुकर्मियों कि प्रति ईष्‍र्यालु न हो। वे घास के सदृश अविलम्‍ब काटे जायेंगे। वे हरी शाक के समान मुरझा जाएंगे। प्रभु पर भरोसा रखो और भले कार्य करो; पृथ्‍वी पर निवास करो और सत्‍य का पालन करो। तब तुम प्रभु में आनन्‍दित होगे; और वह तुम्‍हारी मनोकामना पूर्ण करेगा। अपना जीवन-मार्ग प्रभु को सौंप दो; उस पर भरोसा करो तो वही कार्य करेगा। वह तुम्‍हारी धार्मिकता को ज्‍योति के सदृश, और तुम्‍हारी सच्‍चाई को दोपहर की किरणों जैसे प्रकट करेगा। प्रभु के समक्ष शान्‍त रहो, और उत्‍सुकता से उसकी प्रतीक्षा करो; उस व्यक्‍ति के कारण स्‍वयं को परेशान न करो, जो अपने कुमार्ग पर फलता-फूलता है, जो बुरी युिक्‍तयां रचता है। क्रोध से दूर रहो, और रोष को त्‍याग दो। स्‍वयं को क्षुब्‍ध न करो; क्षोभ केवल बुराई की ओर ले जाता है। दुर्जन नष्‍ट किए जाएंगे; परन्‍तु जो प्रभु की प्रतीक्षा करते हैं, वे पृथ्‍वी के अधिकारी होंगे। कुछ समय पश्‍चात् दुष्‍ट नहीं रहेगा। तुम उस स्‍थान को ध्‍यान से देखोगे; पर वहाँ वह नहीं होगा। दीन-गरीब लोग पृथ्‍वी के अधिकारी होंगे, वे अपार समृद्धि में आनन्‍द करेंगे।

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