भजन संहिता 25:1-10

भजन संहिता 25:1-10 HINCLBSI

हे प्रभु, मैं तेरा ही ध्‍यान करता हूँ। हे मेरे परमेश्‍वर, मैंने तुझ पर ही भरोसा रखा है; मुझे लज्‍जित न होने देना, मेरे शत्रु मुझ पर विजयी न होने पाएं। उन्‍हें भी लज्‍जित न होने देना, जो तेरी प्रतीक्षा करते हैं, परन्‍तु वे लज्‍जित हों, जो अकारण विश्‍वासघात करते हैं। हे प्रभु, अपना मार्ग मुझे दिखा; अपना पथ मुझे बता। अपने सत्‍य पथ पर मुझे ले चल और मुझे सिखा; क्‍योंकि तू ही मेरा उद्धार करने वाला परमेश्‍वर है, दिन भर मैं तेरी प्रतीक्षा करता हूँ। हे प्रभु, अपनी अनुकंपा को, अपनी करुणा को स्‍मरण कर; क्‍योंकि तू उनको युग-युगांत से प्रकट करता रहा है। हे प्रभु, अपनी भलाई के कारण मेरे यौवन के पापों और अपराधों को स्‍मरण न कर; किन्‍तु अपनी करुणा के अनुरूप मेरी सुधि ले। प्रभु भला और सत्‍यनिष्‍ठ है; अत: वह पापियों को अपना मार्ग बताता है। वह नम्र व्यक्‍ति को धर्मपथ पर चलाता है; वह उसे अपना मार्ग सिखाता है। जो प्रभु के विधान और साक्षी को मानते हैं, उनके लिए प्रभु के समस्‍त मार्ग करुणामय तथा सत्‍य हैं।