भजन संहिता 130:1-8

भजन संहिता 130:1-8 HINCLBSI

हे प्रभु, गंभीर संकट की स्‍थिति में मैं तुझको पुकारता हूं! हे स्‍वामी, मेरी पुकार सुन! मेरी विनती के शब्‍दों पर तेरे कान ध्‍यान से लगे रहें! हे प्रभु, यदि तू मेरे अधर्म पर ध्‍यान देगा, तो, हे स्‍वामी, तेरे सम्‍मुख कौन खड़ा रह सकेगा? पर तेरे साथ क्षमा है, ताकि हम तेरी भक्‍ति करें। मैं प्रभु की प्रतीक्षा करता हूं; मेरा प्राण प्रतीक्षा करता है; मैं प्रभु के वचन की आशा करता हूं। सबेरे की प्रतीक्षा करनेवाले पहरेदारों से अधिक, प्रात: की प्रतीक्षा करनेवाले पहरेदारों से अधिक मेरा प्राण स्‍वामी की प्रतीक्षा करता है। ओ इस्राएल, प्रभु की आशा कर! क्‍योंकि प्रभु के साथ करुणा है। प्रभु के साथ अपार उद्धार है। वह इस्राएल को उसके समस्‍त अधर्म से छुड़ाएगा।