भजन संहिता 119:159-168

भजन संहिता 119:159-168 HINCLBSI

देख, मैं तेरे आदेशों से कितना प्रेम करता हूं। हे प्रभु, अपनी करुणा के कारण मुझे पुनर्जीवित कर। सत्‍य तेरे वचन का सारांश है; तेरे धर्ममय न्‍याय-निर्णय शाश्‍वत हैं। शासक अकारण मेरा पीछा करते हैं, परन्‍तु मेरा हृदय तेरे वचनों से डरता है। जैसे बड़ी लूट पाने वाला व्यक्‍ति हर्षित होता है, वैसे मैं भी तेरे वचनों से हर्षित होता हूं। झूठ से मुझे घृणा है, मैं उसका तिरस्‍कार करता हूं; किन्‍तु मैं तेरी व्‍यवस्‍था से प्रेम करता हूं। तेरे धर्ममय न्‍याय-सिद्धान्‍तों के कारण मैं दिन में सात बार तेरी स्‍तुति करता हूं। प्रभु, तेरी व्‍यवस्‍था के प्रेमियों को अपार शांति मिलती है, उन्‍हें कोई बाधा नहीं होती। हे प्रभु, मैं तेरे उद्धार की आशा करता हूं; मैं तेरी आज्ञाएं पूर्ण करता हूं। मेरा प्राण तेरी सािक्षयों का पालन करता है, मैं उनसे बहुत प्रेम करता हूं। मैं तेरे आदेशों और सािक्षयों का पालन करता हूं; मेरा समस्‍त आचरण तेरे सम्‍मुख प्रस्‍तुत है।