भजन संहिता 118:5-15

भजन संहिता 118:5-15 HINCLBSI

संकट में मैंने प्रभु को पुकारा; प्रभु ने मुझे उत्तर दिया, और मुझे संकट से मुक्‍त किया। प्रभु मेरे पक्ष में है, मैं नहीं डरूंगा। मनुष्‍य मेरा क्‍या कर सकता है? प्रभु मेरे पक्ष में है, वह मेरा सहायक है; मैं अपने बैरियों पर विजयपूर्ण दृष्‍टि करूंगा। मनुष्‍य पर भरोसा करने की अपेक्षा प्रभु की शरण लेना भला है। शासकों पर भरोसा करने की अपेक्षा प्रभु की शरण लेना भला है। सब राष्‍ट्रों ने मुझे घेर लिया; पर प्रभु के नाम से मैं उनका नाश करता हूं। उन्‍होंने मुझे घेर लिया, निस्‍सन्‍देह घेर लिया है; पर प्रभु के नाम से मैं उनका नाश करता हूं! उन्‍होंने मुझे मधुमक्‍खियों के सदृश घेर लिया, वे कांटों की आग-जैसे भभक रहे हैं; पर प्रभु के नाम से मैं उनका नाश करता हूं! मुझे गिराने के लिए बलपूर्वक धक्‍का दिया गया; किन्‍तु प्रभु ने मेरी सहायता की। प्रभु मेरी शक्‍ति है; वह मेरा गीत है; वह मेरा उद्धार है। धार्मिकों के शिविरों में जय-जयकार और उद्धार का यह यह स्‍वर हो रहा है : ‘प्रभु का दाहिना हाथ वीरता से कार्य करता है