भजन संहिता 110:1-7

भजन संहिता 110:1-7 HINCLBSI

प्रभु ने मेरे स्‍वामी से कहा: ‘जब तक मैं तेरे शत्रुओं को तेरे चरणों की चौकी न बना दूं, तू मेरी दाहिनी ओर बैठ।’ प्रभु सियोन से आपको शक्‍तिशाली राजदण्‍ड प्रदान करता है, कि आप अपने शत्रुओं के मध्‍य शासन करें। जब आप युद्ध में विजय प्राप्‍त करते हैं, तब आपकी प्रजा स्‍वेच्‍छा से स्‍वयं को अर्पित करती है। आप पवित्रता से सुशोभित हैं। उषा कल के गर्भ से ओस की बूंद के सदृश तरुणाई आपको प्राप्‍त होती है। प्रभु ने शपथ खाई है, और वह अपना यह निश्‍चय नहीं बदलेगा: ‘तू मलकीसेदेक के समान सदा के लिए पुरोहित है।’ प्रभु आपकी दाहिनी ओर है, वह अपने कोप के दिन राजाओं को कुचल देगा। वह राष्‍ट्रों का न्‍याय-निर्णय करेगा, और लाशों को पाट देगा। वह धरती के विशाल क्षेत्र में शासकों को कुचल देगा। महाराज, आप मार्ग में झरने से जल पिएंगे, आप विजय से अपना सिर ऊंचा करेंगे।