नीतिवचन 6:24-29

नीतिवचन 6:24-29 HINCLBSI

ये तुम्‍हें बुरी स्‍त्री से, व्‍यभिचारिणी स्‍त्री के मीठे बोल से बचाएंगी। मेरे पुत्र, बुरी स्‍त्री के सौन्‍दर्य की कामना अपने हृदय में मत करना, उसके कटाक्ष के जाल में मत फंसना। वेश्‍या रोटी के एक टुकड़े में खरीदी जा सकती है, किन्‍तु व्‍यभिचारिणी स्‍त्री पुरुष का जीवन ही नष्‍ट कर देती है। क्‍या यह सम्‍भव है कि मनुष्‍य छाती पर आग रखे, और उसके वस्‍त्र न जलें; वह अंगारे पर चले पर उसके पैर न झुलसें? अत: जो पुरुष परायी स्‍त्री के पास जाता है, वह भी ऐसे ही जलेगा; जो पुरुष परायी स्‍त्री का स्‍पर्श करेगा, वह दण्‍ड से नहीं बचेगा।

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