नीतिवचन 2:9-15

नीतिवचन 2:9-15 HINCLBSI

प्रिय शिष्‍य, बुद्धि ग्रहण करने से तू धर्म और न्‍याय को समझ पाएगा, निष्‍कपट आचरण तथा सन्‍मार्ग को पहचान पाएगा, क्‍योंकि बुद्धि तेरे हृदय में प्रवेश करेगी, ज्ञान तेरे प्राण को सुख प्रदान करेगा। विवेक तेरी निगरानी करेगा, और समझ तेरी रक्षा करेगी। ये वरदान दुर्जनों के मार्ग से तुझे बचाएंगे, वे कुटिल बातें करने वाले लोगों से तेरी रक्षा करेंगे। दुर्जन धर्म का मार्ग छोड़कर अन्‍धकार के मार्ग पर चलते हैं। वे दुष्‍कर्म से हर्षित होते हैं; उन्‍हें अनिष्‍ट और अहित के कामों में मजा आता है। वे कुटिल मार्ग के अनुयायी हैं, वे पथभ्रष्‍ट लोग हैं।