वे उसे येशु के पास ले आए। येशु को देखते ही अशुद्ध आत्मा ने लड़के को मरोड़ दिया। लड़का गिर गया और फेन उगलता हुआ भूमि पर लोटने लगा। येशु ने उसके पिता से पूछा, “इसकी ऐसी दशा कब से है?” उसने उत्तर दिया, “बचपन से। अशुद्ध आत्मा ने इसका विनाश करने के लिए इसे बार-बार आग तथा पानी में गिराया है। यदि आप कुछ कर सकें, तो हम पर तरस खा कर हमारी सहायता कीजिए।” येशु ने उससे कहा, “यदि आप कुछ कर सकें? विश्वास करने वाले के लिए सब कुछ सम्भव है।” इस पर लड़के के पिता ने तुरन्त पुकार कर कहा, “मैं विश्वास करता हूँ; मेरे अल्पविश्वास को दूर करने में मेरी सहायता कीजिए!” येशु ने देखा कि भीड़ बढ़ती जा रही है, इसलिए उन्होंने अशुद्ध आत्मा को यह कहते हुए डाँटा, “हे बहरी-गूंगी आत्मा! मैं तुझे आदेश देता हूँ : इस में से निकल जा और इस में फिर कभी प्रवेश नहीं करना।” अशुद्ध आत्मा चिल्ला कर और लड़के को मरोड़ कर उसमें से निकल गयी। लड़का मुरदा-सा हो गया। इसलिए बहुत-से लोग कहने लगे, “यह मर गया है।” परन्तु येशु ने उसका हाथ पकड़ कर उसे उठाया और वह खड़ा हो गया।
मारकुस 9 पढ़िए
सुनें - मारकुस 9
साझा करें
सभी संस्करणों की तुलना करें: मारकुस 9:20-27
छंद सहेजें, ऑफ़लाइन पढ़ें, शिक्षण क्लिप देखें, और बहुत कुछ!
होम
बाइबिल
योजनाएँ
वीडियो