मत्ती 4:12-25

मत्ती 4:12-25 HINCLBSI

येशु ने जब यह सुना कि योहन गिरफ्‍तार हो गये हैं, तो वह गलील प्रदेश को चले गये। वह नासरत नगर छोड़ कर, कफरनहूम नगर में रहने लगे। यह नगर जबूलून और नफ्‍ताली कुलों के सीमा-क्षेत्र में झील के तट पर स्‍थित है। इस तरह नबी यशायाह का यह कथन पूरा हुआ : “जबूलून और नफ्‍ताली कुलों के भूमि क्षेत्र! समुद्र के पथ पर, यर्दन के उस पार, गैर-यहूदियों के गलील! अन्‍धकार में रहने वाले लोगों ने एक महती ज्‍योति देखी; मृत्‍यु के अन्‍धकारमय प्रदेश में रहने वालों पर ज्‍योति का उदय हुआ।” उस समय से येशु प्रचार करने और यह संदेश सुनाने लगे, “हृदय-परिवर्तन करो, क्‍योंकि स्‍वर्ग का राज्‍य निकट आ गया है।” येशु गलील की झील के किनारे टहल रहे थे। उन्‍होंने दो भाइयों को देखा − सिमोन, जो पतरस कहलाता है, और उसके भाई अन्‍द्रेयास को। वे झील में जाल डाल रहे थे, क्‍योंकि वे मछुए थे। येशु ने उन से कहा, “मेरे पीछे आओ। मैं तुम्‍हें मनुष्‍यों के मछुए बनाऊंगा।” वे तुरन्‍त अपने जाल छोड़ कर उनके पीछे हो लिये। वहाँ से आगे बढ़ने पर येशु ने और दो भाइयों को देखा − जबदी के पुत्र याकूब और उसके भाई योहन को। वे अपने पिता जबदी के साथ नाव में अपने जालों की मरम्‍मत कर रहे थे। येशु ने उन्‍हें बुलाया। वे तुरन्‍त नाव और अपने पिता को छोड़ कर उनके पीछे हो लिये। येशु समस्‍त गलील प्रदेश में भ्रमण कर उनके सभागृहों में शिक्षा देते, राज्‍य के शुभ-समाचार का प्रचार करते और लोगों की हर तरह की बीमारी और निर्बलता दूर करते थे। उनका नाम सारे सीरिया देश में फैल गया। लोग मिर्गी, लकवा आदि नाना प्रकार की बीमारियों और कष्‍टों से पीड़ित सब रोगियों को और भूतग्रस्‍तों को येशु के पास ले आते और वह उन्‍हें स्‍वस्‍थ कर देते थे। गलील प्रदेश, दिकापोलिस, यरूशलेम, यहूदा प्रदेश और यर्दन नदी के उस पार से आया हुआ एक विशाल जनसमूह येशु के पीछे हो लिया।