मत्ती 26:6-15

मत्ती 26:6-15 HINCLBSI

जब येशु बेतनियाह गाँव में शिमोन कुष्‍ठरोगी के यहाँ थे, तब एक महिला संगमरमर के पात्र में बहुमूल्‍य इत्र ले कर आयी। येशु भोजन कर ही रहे थे कि उसने उनके सिर पर इत्र उंडेल दिया। शिष्‍य यह देख कर झुंझला उठे और बोले, “यह अपव्‍यय क्‍यों? यह इत्र ऊंचे दामों पर बिक सकता था और इसकी बिक्री से प्राप्‍त धनराशि गरीबों में बाँटी जा सकती थी।” येशु को इसका पता चला और उन्‍होंने उन से कहा, “तुम इस महिला को क्‍यों तंग कर रहे हो? इसने मेरे लिए भला काम किया है। गरीब तो सदा तुम लोगों के साथ रहेंगे, किन्‍तु मैं सदा तुम्‍हारे साथ नहीं रहूँगा। मेरे शरीर पर यह इत्र लगाकर इसने मेरे गाड़े जाने की तैयारी में कार्य किया है। मैं तुम से सच कहता हूँ : सारे संसार में जहाँ कहीं यह शुभ समाचार सुनाया जाएगा, वहाँ इस स्‍त्री की स्‍मृति में इसके इस कार्य की भी चर्चा की जाएगी।” तब बारह प्रेरितों में से एक, जो यूदस इस्‍करियोती कहलाता है, महापुरोहितों के पास गया और उनसे कहा, “यदि मैं येशु को आप लोगों के हाथ पकड़वा दूँ, तो आप मुझे क्‍या देंगे?” उन्‍होंने यूदस को चाँदी के तीस सिक्‍के तौल कर दिए।