मत्ती 25:31-46

मत्ती 25:31-46 HINCLBSI

“जब मानव-पुत्र अपनी महिमा में आएगा और सब स्‍वर्गदूत उस के साथ आएँगे, तब वह अपने महिमामय सिंहासन पर विराजमान होगा। और सब जातियाँ उसके सम्‍मुख एकत्र की जाएँगी। जिस तरह चरवाहा भेड़ों को बकरियों से अलग करता है, उसी तरह वह उन लोगों को एक दूसरे से अलग करेगा। वह भेड़ों को अपनी दाहिनी ओर और बकरियों को अपनी बायीं और खड़ा करेगा। “तब राजा अपनी दाहिनी ओर के लोगों से कहेगा, ‘मेरे पिता के कृपापात्रो! आओ और उस राज्‍य के अधिकारी बनो, जो सृष्‍टि के आरम्‍भ से तुम्‍हारे लिए तैयार किया गया है; क्‍योंकि मैं भूखा था और तुम ने मुझे भोजन खिलाया। मैं प्‍यासा था और तुम ने मुझे पानी पिलाया। मैं परदेशी था और तुम ने मुझे अपने यहाँ ठहराया। मैं नंगा था और तुम ने मुझे वस्‍त्र पहिनाया। मैं बीमार था और तुम ने मेरी देखभाल की। मैं बन्‍दी था और तुम मुझ से मिलने आए।’ “इस पर धर्मी उस से कहेंगे, ‘प्रभु! हम ने कब आप को भूखा देखा और भोजन खिलाया? कब प्‍यासा देखा और पानी पिलाया? हम ने कब आप को परदेशी देखा और अपने यहाँ ठहराया? कब नंगा देखा और वस्‍त्र पहिनाया? कब आप को बीमार या बन्‍दी देखा और आप से मिलने आए?’ “राजा उन्‍हें यह उत्तर देगा, ‘मैं तुम से सच कहता हूँ, जो कुछ तुम ने मेरे इन छोटे से छोटे भाई-बहिनों में से किसी एक के लिए किया, वह तुम ने मेरे लिए ही किया।’ “तब राजा अपनी बायीं ओर के लोगों से कहेगा, ‘शापित लोगो! मुझ से दूर हो और उस अनन्‍त आग में जा पड़ो, जो शैतान और उसके दूतों के लिए तैयार की गयी है; क्‍योंकि मैं भूखा था और तुम लोगों ने मुझे भोजन नहीं खिलाया। मैं प्‍यासा था और तुम ने मुझे पानी नहीं पिलाया। मैं परदेशी था और तुम ने मुझे अपने यहाँ नहीं ठहराया। मैं नंगा था और तुम ने मुझे वस्‍त्र नहीं पहिनाया। मैं बीमार और बन्‍दी था और तुम ने मेरी देखभाल नहीं की।’ “इस पर वे पूछेंगे, ‘प्रभु! हम ने कब आप को भूखा, प्‍यासा, परदेशी, नंगा, बीमार या बन्‍दी देखा और आपकी सेवा नहीं की?’ “तब राजा उन्‍हें उत्तर देगा, ‘मैं तुम लोगों से सच कहता हूँ : जो कुछ तुम ने मेरे इन छोटे से छोटे भाई-बहिनों में से किसी एक के लिए नहीं किया, वह तुम ने मेरे लिए भी नहीं किया।’ और ये अनन्‍त दण्‍ड भोगने जाएँगे, परन्‍तु धर्मी जन शाश्‍वत जीवन में प्रवेश करेंगे।”