मत्ती 18:15-20

मत्ती 18:15-20 HINCLBSI

“यदि तुम्‍हारा भाई तुम्‍हारे विरुद्ध कोई अपराध करता है, तो जाओ और उसे अकेले में, जहाँ वह और तुम दोनों हो, समझाओ। यदि वह तुम्‍हारी बात मान लेता है, तो तुम ने अपने भाई को बचा लिया। यदि वह तुम्‍हारी बात नहीं मानता है, तो अपने साथ दो-एक व्यक्‍तियों को ले जाओ ताकि दो या तीन गवाहों के सामने सब कुछ प्रमाणित हो जाए। यदि वह उनकी भी नहीं सुनता, तो कलीसिया को बता दो और यदि वह कलीसिया की भी नहीं सुनता है, तो उसे विधर्मी और चुंगी-अधिकारी जैसा समझो। “मैं तुम लोगों से सच कहता हूँ, जो कुछ तुम पृथ्‍वी पर बाँधोगे, वह स्‍वर्ग में बंधा रहेगा और जो कुछ तुम पृथ्‍वी पर खोलोगे, वह स्‍वर्ग में खुला रहेगा। “यह भी मैं तुम से सच कहता हूँ : यदि तुम में से दो व्यक्‍ति एकमत हो कर पृथ्‍वी पर कुछ भी माँगेंगे, तो वह उन्‍हें मेरे स्‍वर्गिक पिता की ओर से निश्‍चय ही मिलेगा; क्‍योंकि जहाँ दो या तीन व्यक्‍ति मेरे नाम पर इकट्ठे होते हैं, वहाँ मैं उनके बीच उपस्‍थित रहता हूँ।”