मत्ती 14:25-33

मत्ती 14:25-33 HINCLBSI

रात के चौथे पहर येशु झील पर चलते हुए शिष्‍यों की ओर आये। जब उन्‍होंने येशु को झील पर चलते हुए देखा, तब वे बहुत घबरा गये और यह कहते हुए, “यह कोई प्रेत है”, डर के मारे चिल्‍ला उठे। येशु ने तुरन्‍त उन से कहा, “धैर्य रखो। मैं हूँ। डरो मत।” पतरस ने उत्तर दिया, “प्रभु! यदि आप ही हैं, तो मुझे पानी पर अपने पास आने की आज्ञा दीजिए।” येशु ने कहा, “आ जाओ।” पतरस नाव से उतरा और पानी पर चलते हुए येशु की ओर बढ़ा; किन्‍तु वह प्रचण्‍ड वायु देख कर डर गया और जब डूबने लगा, तो पुकार उठा, “प्रभु! मुझे बचाइए।” येशु ने तुरन्‍त हाथ बढ़ा कर उसे थाम लिया और कहा, “अल्‍प-विश्‍वासी! तुम ने संदेह क्‍यों किया” दोनों नाव पर चढ़े और वायु थम गयी। जो शिष्‍य नाव में थे, वे येशु के चरणों पर गिर पड़े। वे बोले, “आप सचमुच परमेश्‍वर के पुत्र हैं।

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