मत्ती 12:38-45

मत्ती 12:38-45 HINCLBSI

तब कुछ शास्‍त्री और फरीसी संप्रदाय के लोग येशु से बोले, “गुरुवर! हम आपके द्वारा प्रस्‍तुत कोई चिह्‍न देखना चाहते हैं।” येशु ने उन्‍हें उत्तर दिया, “यह दुष्‍ट और व्‍यभिचारिणी पीढ़ी चिह्‍न ढूँढ़ रही है, परन्‍तु नबी योना के चिह्‍न को छोड़ कर इसे और कोई चिह्‍न नहीं दिया जाएगा। जिस प्रकार योना तीन दिन और तीन रात मच्‍छ के पेट में रहा, उसी प्रकार मानव-पुत्र भी तीन दिन और तीन रात पृथ्‍वी के गर्भ में रहेगा। न्‍याय के दिन नीनवे महानगर के निवासी इस पीढ़ी के साथ खड़े होंगे और इसे दोषी ठहराएँगे, क्‍योंकि उन्‍होंने योना का संदेश सुनकर पश्‍चात्ताप किया था, और देखो, यहाँ वह है, जो योना से भी महान है। न्‍याय के दिन दक्षिण की रानी इस पीढ़ी के साथ खड़ी होगी और इसे दोषी ठहराएगी; क्‍योंकि वह सुलेमान की बुद्धिमत्तापूर्ण बातें सुनने के लिए पृथ्‍वी के सीमान्‍तों से आयी थी, और देखो, यहाँ वह है, जो सुलेमान से भी महान है! “जब अशुद्ध आत्‍मा किसी मनुष्‍य से निकल जाती है, तो वह विश्राम की खोज में सूखे स्‍थानों में भटकती फिरती है; किन्‍तु उसे विश्राम नहीं मिलता। तब वह कहती है, ‘जहाँ से मैं आयी हूँ वहीं अपने उसी घर वापस जाऊंगी।’ लौटने पर वह उस घर को खाली, झाड़ा-बुहारा और सजा-सजाया हुआ पाती है। तब वह जाकर अपने से भी बुरी सात आत्‍माओं को अपने साथ ले आती है और वे उस घर में प्रवेश कर वहीं बस जाती हैं। इस तरह उस मनुष्‍य की यह पिछली दशा पहली से भी बुरी हो जाती है। ऐसा ही इस दुष्‍ट पीढ़ी के साथ होगा।”