मत्ती 10:1-11

मत्ती 10:1-11 HINCLBSI

येशु ने अपने बारह शिष्‍यों को अपने पास बुला कर उन्‍हें अशुद्ध आत्‍माओं को निकालने तथा हर तरह की बीमारी और दुर्बलता दूर करने का अधिकार प्रदान किया। बारह प्रेरितों के नाम इस प्रकार हैं − पहला, सिमोन जो पतरस कहलाता है, और उसका भाई अन्‍द्रेयास; जबदी का पुत्र याकूब और उसका भाई योहन; फिलिप और बरतोलोमी; थोमस और चुंगी-अधिकारी मत्ती; हलफई का पुत्र याकूब और तद्दै; शिमोन कनानी और यूदस इस्‍करियोती, जिसने येशु को पकड़वाया। येशु ने इन बारहों को यह आदेश दे कर भेजा, “अन्‍यजातियों के यहाँ मत जाओ और न सामरियों के नगरों में प्रवेश करो, बल्‍कि इस्राएल के घराने की खोयी हुई भेड़ों के पास जाओ। राह चलते यह संदेश सुनाओ : ‘स्‍वर्ग का राज्‍य निकट आ गया है।’ रोगियों को स्‍वस्‍थ करो, मुरदों को जिलाओ, कुष्‍ठरोगियों को शुद्ध करो, भूतों को निकालो। तुम्‍हें मुफ्‍त में मिला है, मुफ्‍त में दे दो। “अपनी थैली में सोना, चाँदी या पैसा नहीं लो। रास्‍ते के लिए न झोली, न दो कुरते, न जूते, और न लाठी लो; क्‍योंकि मजदूर को उसका भोजन मिलना चाहिए। “जिस किसी नगर या गाँव में प्रवेश करो, तो पता लगाओ कि वहाँ कौन सुपात्र है और विदा होने तक उसी के यहाँ ठहरो।