मत्ती 1:18-25

मत्ती 1:18-25 HINCLBSI

येशु मसीह का जन्‍म इस प्रकार हुआ। उनकी माता मरियम की मँगनी यूसुफ से हुई थी, परन्‍तु ऐसा हुआ कि उनके एक साथ रहने से पहले ही मरियम पवित्र आत्‍मा से गर्भवती पाई गई। उसका पति यूसुफ चुपके से उसका परित्‍याग करने की सोच रहा था, क्‍योंकि वह धर्मी था और मरियम को बदनाम नहीं करना चाहता था। वह इस पर विचार कर ही रहा था कि उसे स्‍वप्‍न में प्रभु का दूत दिखाई दिया। दूत ने उससे कहा, “यूसुफ! दाऊद के वंशज! अपनी पत्‍नी मरियम को अपने यहाँ लाने में नहीं डरें, क्‍योंकि उनके जो गर्भ है, वह पवित्र आत्‍मा से है। वह पुत्र को जन्‍म देंगी और आप उसका नाम येशु रखेंगे, क्‍योंकि वह अपने लोगों को उनके पापों से मुक्‍त करेगा।” यह सब इसलिए हुआ कि नबी के मुख से प्रभु ने जो कहा था, वह पूरा हो जाए : “देखो, एक कुंवारी गर्भवती होगी और पुत्र को जन्‍म देगी, और उसका नाम ‘इम्‍मानुएल’ रखा जाएगा” − जिसका अर्थ है, “परमेश्‍वर हमारे साथ है।” यूसुफ नींद से उठ कर प्रभु के दूत की आज्ञानुसार अपनी पत्‍नी को अपने यहाँ ले आया; किन्‍तु यूसुफ ने उससे तब तक संसर्ग नहीं किया, जब तक उसने पुत्र को जन्‍म नहीं दिया। यूसुफ ने पुत्र का नाम येशु रखा।