लेवीय व्‍यवस्‍था 23:15-22

लेवीय व्‍यवस्‍था 23:15-22 HINCLBSI

‘तुम विश्राम-दिवस के दूसरे दिन से, जिस दिन तुम लहर-बलि के पूले लाओगे उस दिन से गणना करना: वे पूरे सात सप्‍ताह होंगे। सातवें विश्राम-दिवस के दूसरे दिन को मिलाकर पचास दिन होंगे। तब तुम प्रभु को नव अन्न की अन्न-बलि चढ़ाना। तुम अपने निवास-स्‍थानों से लहर-बलि के लिए दो किलो मैदा की दो रोटियां लाओगे। वे प्रभु के लिए प्रथम फल के रूप में खमीर के साथ बनाई जाएंगी। तुम रोटियों के साथ एक-एक वर्ष के सात निष्‍कलंक मेमने, एक बछड़ा, और दो मेढ़े चढ़ाना। ये लोगों की अन्न-बलि तथा पेय-बलि के साथ प्रभु के लिए अग्‍नि-बलि होंगे तथा अग्‍नि में अर्पित सुखद सुगन्‍ध बन जाएंगे। तुम पापबलि में एक बकरा तथा सहभागिता-बलि में एक-एक वर्ष के दो मेमने चढ़ाना। पुरोहित उनको प्रभु के सम्‍मुख प्रथम फल की रोटियों के साथ लहर-बलि के लिए लहराएगा। वह रोटियों के साथ उन दो मेमनों को भी लहराएगा। वे प्रभु के लिए पवित्र माने जाएंगे, और पुरोहित का भाग होंगे। तुम उसी दिन घोषणा करना और पवित्र समारोह का आयोजन करना। तुम किसी प्रकार का कठोर परिश्रम मत करना। यह तुम्‍हारे समस्‍त निवास-स्‍थानों में पीढ़ी से पीढ़ी तक स्‍थायी संविधि है। ‘जब तुम अपनी भूमि की फसल काटोगे तब खेतों को पूरा का पूरा मत काटना और न फसल की कटाई के पश्‍चात् सिल्‍ला बीनना। तुम उनको निर्धन और प्रवासी लोगों के लिए छोड़ देना। मैं प्रभु, तुम्‍हारा परमेश्‍वर हूँ।’