‘हे प्रभु, तब मैंने तेरे नाम की दुहाई दी; मृत्यु के गड्ढे के भीतर से तुझे पुकारा। प्रभु, मेरी दुहाई की पुकार से अपने कान बन्द न कर! निस्सन्देह तूने मेरी दुहाई सुन ली। जब मैंने तुझे पुकारा तब तू मेरे पास आया, और तूने मुझसे कहा, “मत डर!” ‘हे स्वामी, तूने अपने हाथ में मेरा मुकदमा लिया, और मेरे प्राण को बचाया। जो अन्याय मेरे साथ किया गया, उसको तूने देखा है, हे प्रभु, मेरा न्याय कर। जो बदला उन्होंने मुझसे लिया है, जो षड्यन्त्र उन्होंने मेरे विरुद्ध रचे हैं, उन सबको तूने देखा है।
शोक-गीत 3 पढ़िए
सुनें - शोक-गीत 3
साझा करें
सभी संस्करणों की तुलना करें: शोक-गीत 3:55-60
छंद सहेजें, ऑफ़लाइन पढ़ें, शिक्षण क्लिप देखें, और बहुत कुछ!
होम
बाइबिल
योजनाएँ
वीडियो