योहन 8:48-59

योहन 8:48-59 HINCLBSI

यहुदी धर्मगुरुओं ने येशु से कहा, “क्‍या हमारा यह कहना ठीक नहीं कि तुम सामरी हो और तुम में भूत है?” येशु ने उत्तर दिया, “मुझ में भूत नहीं है। मैं अपने पिता का आदर करता हूँ, पर तुम मेरा अनादर करते हो मैं अपना सम्‍मान नहीं चाहता। एक है जो चाहता है, और वही न्‍याय करता है। मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : यदि कोई मेरे वचन का पालन करेगा, तो वह कभी मृत्‍यु का स्‍वाद नहीं चखेगा।” धर्मगुरुओं ने कहा, “अब हमें पक्‍का विश्‍वास हो गया है कि तुम में भूत है। अब्राहम और नबी मर गये, किन्‍तु तुम कहते हो, ‘यदि कोई मेरे वचन का पालन करेगा, तो वह कभी मृत्‍यु का स्‍वाद नहीं चखेगा।’ क्‍या तुम हमारे पिता अब्राहम से भी महान् हो? वह मर गये और नबी भी मर गये। तुम अपने को समझते क्‍या हो?” येशु ने उत्तर दिया, “यदि मैं स्‍वयं अपना सम्‍मान करता, तो उस सम्‍मान का कोई महत्‍व नहीं होता। मुझे सम्‍मानित करने वाला मेरा पिता है, जिसे तुम अपना परमेश्‍वर कहते हो, यद्यपि तुम उसे नहीं जानते− पर मैं उसे जानता हूँ। यदि मैं कहता कि उसे नहीं जानता, तो मैं तुम्‍हारी तरह झूठा बन जाता। किन्‍तु मैं उसे जानता हूँ और उसके वचन का पालन करता हूँ। तुम्‍हारे पूर्वज अब्राहम यह जान कर उल्‍लसित हुए कि वह मेरा दिन देखेंगे और वह उसे देख कर आनन्‍दविभोर हुए।” धर्मगुरुओं ने उन से कहा, “अभी तुम पचास वर्ष के भी नहीं, और तुम अब्राहम को देख चुके हो!” येशु ने उनसे कहा, “मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : अब्राहम के जन्‍म लेने के पहले से ही मैं हूँ।” इस पर लोगों ने येशु को मारने के लिए पत्‍थर उठाये, किन्‍तु वह छिपकर मन्‍दिर से निकल गये।