योहन 13:1-7

योहन 13:1-7 HINCLBSI

पास्‍का (फसह) पर्व का दिन था। येशु जानते थे कि मेरी घड़ी आ गयी है और मुझे यह संसार छोड़ कर पिता के पास जाना है। अत: येशु ने अपनो से, जो इस संसार में थे, और जिनसे वह प्रेम करते आए थे, अंतिम सीमा तक प्रेम किया। येशु अपने शिष्‍यों के साथ भोजन कर रहे थे। शैतान शिमोन इस्‍करियोती के पुत्र यूदस के मन में येशु को पकड़वाने का विचार उत्‍पन्न कर चुका था। येशु यह जानते थे कि पिता ने सब कुछ उनके हाथों में दे दिया है और यह कि वह परमेश्‍वर के पास से आए हैं और परमेश्‍वर के पास जा रहे हैं। अत: वह भोजन से उठे। उन्‍होंने अपने बाहरी वस्‍त्र उतारे और अपनी कमर में अंगोछा बाँध लिया। तब वह परात में पानी भर कर अपने शिष्‍यों के पैर धोने और कमर में बँधे अंगोछे से उन्‍हें पोंछने लगे। जब वह सिमोन पतरस के पास आए, तब पतरस ने उन से कहा, “प्रभु! आप मेरे पैर धो रहे हैं?” येशु ने उत्तर दिया, “तुम अभी नहीं समझते कि मैं क्‍या कर रहा हूँ। बाद में समझोगे।”