योहन 10:22-30

योहन 10:22-30 HINCLBSI

उन दिनों यरूशलेम में मन्‍दिर का प्रतिष्‍ठान-पर्व मनाया जा रहा था। शीत ऋतु का समय था। येशु मन्‍दिर में सुलेमान के मण्‍डप में टहल रहे थे। यहूदी धर्मगुरुओं ने उन्‍हें घेर लिया और कहा, “आप हमें कब तक असमंजस में रखे रहेंगे? यदि आप मसीह हैं, तो हमें स्‍पष्‍ट शब्‍दों में बता दीजिए।” येशु ने उन्‍हें उत्तर दिया, “मैंने तुम लोगों को बताया और तुम विश्‍वास नहीं करते। जो कार्य मैं अपने पिता के नाम पर करता हूँ, वे ही मेरे विषय में साक्षी देते हैं। किन्‍तु तुम विश्‍वास नहीं करते, क्‍योंकि तुम मेरी भेड़ों में से नहीं हो। मेरी भेड़ें मेरी आवाज पहचानती हैं। मैं उन्‍हें जानता हूँ और वे मेरा अनुसरण करती हैं। मैं उन्‍हें शाश्‍वत जीवन प्रदान करता हूँ। वे कभी नष्‍ट नहीं होंगी और उन्‍हें मेरे हाथ से कोई नहीं छीन सकेगा। जो कुछ मेरे पिता ने मुझे दिया है, वह सब से महान् है और उसे पिता के हाथ से कोई नहीं छीन सकता। मैं और पिता एक हैं।”