यिर्मयाह 33:6-11

यिर्मयाह 33:6-11 HINCLBSI

‘किन्‍तु, यिर्मयाह! मैं इस प्रहार के बाद इस नगर में औषधि और स्‍वास्‍थ्‍य लाऊंगा, और इस के निवासियों को स्‍वस्‍थ कर दूंगा। मैं इनको सुरक्षा और समृद्धि प्रदान करूंगा। मैं यहूदा और इस्राएल प्रदेशों की जनता को फिर समृद्धिशाली बना दूंगा, जैसी वह पहले थी। मैं उसका पुन: निर्माण करूंगा। यहूदा और इस्राएल प्रदेशों के लोगों ने मेरे प्रति अनेक पाप किए थे; किन्‍तु मैं उनके पाप-कलंक को धो दूंगा। उन्‍होंने मेरे प्रति विद्रोह किया था, पाप किया था, तो भी मैं उनका पाप क्षमा कर दूंगा। यह नगर पृथ्‍वी के सब राष्‍ट्रों में मेरे लिए एक आनन्‍ददायक नाम, स्‍तुति और महिमा का स्‍थान बन जाएगा। जो भलाई मैं इस नगर के रहने वालों के लिए करूंगा, उसके विषय में पृथ्‍वी की सब जातियां सुनेंगी, और उनसे भयभीत होंगी। मैं इस नगर का कल्‍याण करूंगा और इस को समृद्ध बनाऊंगा। इसके कल्‍याण और समृद्धि को देख कर विश्‍व की जातियां डर से कांपेंगी।’ प्रभु यों कहता है : ‘इस स्‍थान में, जिसके विषय में तुम कहते हो कि यह निर्जन है, यहां मनुष्‍य और पशु भी नहीं रहते; यहूदा प्रदेश के नगरों में, उजाड़ पड़ी यरूशलेम की गलियों में जहां मनुष्‍य, पशु, और नागरिक दिखाई नहीं देते, वहां आनन्‍द-उल्‍लास का स्‍वर फिर सुनाई देगा, दूल्‍हा-दुल्‍हिन के हास-परिहास की आवाज सुनाई देगी। जब आराधक प्रभु के भवन में स्‍तुति-बलि चढ़ाने के लिए आएंगे तब वे आनन्‍द से यह गीत गाएंगे: “स्‍वर्गिक सेनाओं के प्रभु को धन्‍यवाद दो, क्‍योंकि प्रभु भला है, उसकी करुणा सदा बनी रहती है।” मैं-प्रभु कहता हूं : मैं पहले के समान इस देश की दशा समृद्ध कर दूंगा।’